हाई ब्लड प्रेशर के कारण, लक्षण, नुकसान व घरेलू उपचार

हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) जिसे मेडिकल भाषा में हाइपरटेंशन भी कहते हैं। यह एक सामान्य सी बीमारी है जिसमें आपकी धमनियों में रक्त का दबाव समय के साथ धीरे-धीरे बढ़कर अधिक हो जाता है जिसके कारण अनेकों शारीरिक समस्याएं हो जाती हैं जैसे कि ह्रदय रोग। उच्च रक्तचाप दो चीजों पर आधारित होता है; पहला हृदय द्वारा पंप किए गए ब्लड की मात्रा और, दूसरा धमनियों में रक्त प्रवाह के खिलाफ प्रतिरोध। यही कारण है कि आपका हृदय जितना ज्यादा ब्लड पंप करता है और आपकी धमनियां जितनी पतली होती हैं, आपका ब्लड प्रेशर उतना ही अधिक होता है। आज हम इस लेख में आपको हाई ब्लड प्रेशर के कारण, लक्षण व इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे।

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हाइपरटेंशन का मुख्य कारण आपका खराब लाइफस्टाइल है, जैसे समय पर भोजन ना करना, लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना और व्यायाम ना करना। जिसके कारण आपको और कई बीमारियां भी हो सकती हैं। आप सोच रहे होंगे कि हाई ब्लड प्रेशर कितना होता है?

 

यदि ब्लड प्रेशर 140 के ऊपर पहुंच जाता है तो वह हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। दिन भर में ब्लड प्रेशर अनेक बार बढ़ता और कम होता है लेकिन अगर यह लंबे समय तक ज्यादा रहता है तो यह सेहत के लिए हानिकारक है। इस समस्या के कारण हृदय रोग, स्ट्रोक और हार्ट फेल जैसी अनेकों बीमारियां हो सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर दो प्रकार का होता है।

आइए उच्च रक्तचाप के प्रकार के बारे में विस्तार से जानते हैं -

 

  1. प्राइमरी - यह हाई ब्लड प्रेशर का शुरुआती प्रकार है यह उम्र बढ़ने के साथ-साथ होता है अधिकतर लोग इसका शिकार होते हैं।
  2. सेकेंडरी - किसी दूसरी बीमारी या दवा के सेवन से होने वाले हाई ब्लड प्रेशर को इस श्रेणी में रखा जाता है। यह स्थिति और गंभीर हो जाती है जब इलाज या दवाई बंद कर दी जाती है।

शोध के अनुसार लोगों में प्राइमरी हाइपरटेंशन की समस्या आम तौर पर देखने को मिलती है जो लगभग 90% से 95% होती है। वहीं सेकेंडरी हाइपरटेंशन की स्थिति में लगभग 5 से 10% लोगों को इस समस्या से जूझते हुए पाया गया है।

 

हाई ब्लड प्रेशर के चरण

हाई ब्लड प्रेशर के चार अलग-अलग चरण हैं-

स्टेज 1 - प्री हाइपरटेंशन - इसमें ब्लड प्रेशर 120/80 - 139/89 के बीच होता है।

स्टेज 2 - माइल्ड हाइपरटेंशन - इसमें ब्लड प्रेशर 140/90 - 159/99 के बीच होता है।

स्टेज 3 - मीडियम हाइपरटेंशन - इसमें ब्लड प्रेशर की सीमा 160/110 - 179/109 के बीच होती है।

स्टेज 4 - सीरियस हाइपरटेंशन - इसमें ब्लड प्रेशर 180/110 या उससे ज्यादा है।

 

हाई ब्लड प्रेशर के कारण

हाई ब्लड प्रेशर ज्यादातर लोगों में उम्र बढ़ने के साथ होने वाली समस्या है इसके साथ ही उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन के लिए कई और कारण भी जिम्मेदार है। यदि आप हाई ब्लड प्रेशर ट्रीटमेंट करना चाहते हैं तो इन कारणों को जानना आपके लिए जरूरी है। तो आइए हाई ब्लड प्रेशर के कारण के बारे में जानते हैं-

 

  • असंतुलित खानपान - यदि आपका खान-पान असंतुलित है और आप खाने में ज्यादातर जंक फूड और तली-भुनी चीजों का सेवन अधिक करते हैं तो आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।

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  • मोटापा - सामान्य वजन वाले लोगों की तुलना में मोटापे से पीड़ित लोगों में बीपी बढ़ने की संभावना अधिक होती है।

  • शराब का सेवन - जो लोग नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं उनको अन्य लोगों की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना ज्यादा होती है।

  • धूम्रपान - धूम्रपान करने के कारण रक्त वाहिकाएं संकीर्ण हो जाती हैं जिसके कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है।

  • तनाव - मानसिक तनाव भी हाई ब्लड प्रेशर का एक गंभीर कारण है।

  • अपर्याप्त नींद - पर्याप्त नींद ना लेना भी उच्च रक्तचाप को बुलावा देने जैसा है। 

  • शारीरिक गतिविधियों में कमी - व्यायाम की कमी के साथ-साथ एक गतिहीन जीवनशैली से भी हाई बीपी होने का खतरा रहता है।

  • नमक का अत्यधिक सेवन - जो लोग अपने खाने में ज्यादा नमक खाते हैं उनमें कम नमक खाने वालों की तुलना में उच्च रक्तचाप होने का खतरा ज्यादा रहता है।

  • गुर्दों से जुड़ा पुराना रोग - यदि आप गुर्दों से जुड़े किसी पुराने रोग से पीड़ित हैं तो आपको ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।

  • अनुवांशिकता - अगर आपके परिवार में किसी करीबी सदस्य जैसे माता या पिता को  हाई ब्लड प्रेशर है तो आपको यह रोग होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है।


  • हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण

    उच्च रक्तचाप को साइलेंट किलर का नाम दिया गया है क्योंकि यह बिना दस्तक के शरीर में दाखिल हो जाता है। उच्च रक्तचाप के शुरुआती लक्षण में रोगी के सिर के पीछे और गर्दन में दर्द रहने लगता है। कई बार रोगी इन  हाई ब्लड प्रेशर सिम्पटम्स को पहचान नहीं पाता और इसे नजरअंदाज कर देता है, आगे चलकर यह गंभीर समस्या का रूप धारण कर लेती है। आइए जानते हैं कि बीपी बढ़ने के क्या लक्षण है?

     

    1. सिर दर्द
    2. चक्कर आना
    3. नजर कमजोर होना
    4. सांस लेने में तकलीफ
    5. थकान का अनुभव होना
    6. छाती में दर्द होना
    7. नाक से खून आना

      हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपचार

      क्या आप जानते हैं कि बीपी हाई का इलाज घरेलू तरीकों से भी किया जा सकता है। ये घरेलू उपचार हाई ब्लड प्रेशर में बहुत फायदेमंद हैं। यह पूरी तरह से इसका इलाज़ तो नहीं है लेकिन ये इसके बचाव के तरीके जरूर हो सकते हैं। आइए इन उच्च रक्तचाप के उपचार के बारे में जानें -

       

    1. दालचीनी - बढ़ती उम्र के साथ बढ़ने वाले ब्लड प्रेशर को दालचीनी की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दालचीनी को हाइपोटेंशियल सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप चुटकी भर दालचीनी पाउडर को खाना बनाते वक्त इस्तेमाल कर सकते हैं। एक गिलास गर्म पानी में एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर को मिलाकर भी आप सुबह इसका सेवन कर सकते हैं।

    2. अदरक - बीपी को नियंत्रित करने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें हाइपोटेंसिव प्रभाव होता है जो रक्तचाप को कम कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि 8 हफ्ते तक अदरक का सेवन करने से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। इसके लिए आप गर्म पानी में अदरक का पाउडर या अदरक को उबालकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। रोज आप खाना बनाते वक्त भी अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अदरक की चाय भी पी सकते हैं।
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    4. मेथी के बीज - मेथी के बीज के इस्तेमाल से बीपी हाई का इलाज किया जा सकता है। मेथी अधिक वजन के कारण बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल को कम करके हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकती हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड से भरपूर मेथी का अर्क एंटीऑक्सीडेंट के कारण हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक असर दिखाता है। यह असर शरीर के कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रख सकता है। इस तरह मेथी के बीज का सेवन करने से आप बीपी की समस्या से निजात पा सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच मेथी के बीच डाल दीजिए। इसे रात भर भिगोकर छोड़ दीजिए। सुबह उठकर खाली पेट छानकर इस पानी का सेवन करें।
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    6. लहसुन - अनियंत्रित रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए लहसुन का उपयोग किया जा सकता है। लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर यौगिक के रूप में एस-एल सिस्टीन पाया जाता है जो हाई ब्लड प्रेशर के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसके लिए आप सुबह-शाम एक चम्मच शहद के साथ एक लहसुन की कली का सेवन करें। आप अपने रोज के खाने में भी लहसुन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।
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    8. लाल मिर्च - लाल मिर्च का इस्तेमाल उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। लाल मिर्च प्राकृतिक रूप से रक्तचाप को कम करने में सहायक है। लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक तत्व पाया जाता है जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करता है। यह ज्यादा नमक खाने की वजह से होने वाले हाई बीपी को भी नियंत्रित कर सकती है। आप सब्जियों व सलाद में चुटकी भर लाल मिर्च का पाउडर डालकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप जो भोजन पकाते हैं उसमें भी अपनी आवश्यकतानुसार लाल मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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    10. शहद - ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में शहद भी आपकी मदद कर सकता है। एक अध्ययन के अनुसार शहद में मौजूद क्वेरसेटिन (एक तरह का पॉलीफेनोल) जो कि बढ़ते ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का कार्य करता है। आप गर्म पानी में शहद डालकर अच्छे से मिक्स करें और फिर इस शहद वाले पानी का सेवन करें। आपको ऑर्गेनिक शहद का ही सेवन करना चाहिए।

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    12. नींबू - हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में आप नींबू का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह भी हाई बीपी को नियंत्रित करने का घरेलू नुस्खा है। नींबू का जूस और नींबू के छिलके का पानी वाला अर्क भी ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। इसके लिए आप गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। यह आपको आपके बढ़े हुए बीपी में बहुत फायदा करेगा।
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    14. तरबूज - तरबूज कई गुणों से भरपूर फल है जिसका सेवन हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए भी किया जा सकता है। तरबूज में एमिनो एसिड एल-साइट्रूलाइन होता है। यह एमिनो एसिड हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है। यह हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए तो अच्छा है लेकिन यह हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड है जिस वजह से डायबिटीज के मरीजों के लिए इसका सेवन ज्यादा करना सुरक्षित नहीं है। हाई बीपी के लिए आप रोज एक बाउल तरबूज का सेवन कर सकते हैं।

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    16. आलू - सब्जियों में यदि आप आलू का सेवन करते हैं तो यह आपके उच्च रक्तचाप के खतरे को कम कर सकता है। आलू में पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में होता है। यह पोटेशियम हाई ब्लड प्रेशर को काफी हद तक नियंत्रित करने में मदद करता है। लेकिन आप उबले हुए आलू का सेवन करें ना कि तले हुए। उबले हुए आलू पर चुटकी भर काली मिर्च पाउडर डालकर या नींबू का रस डालकर खाएं। इसे आप हफ्ते में दो बार खा सकते हैं।
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    18. केला - हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपचार में केला भी एक उपयोगी फल है। केले में पोटेशियम की मात्रा भरपूर होती है जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में फायदेमंद है। इसके लिए आप रोजाना 2 या 3 किलो का सेवन कर सकते हैं।
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    20. गाजर - गाजर में मौजूद फाइबर, पोटेशियम, नाइट्रेट्स और विटामिन सी सहित गाजर के जूस में मौजूद कई अन्य पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक हैं। गाजर के जूस को हृदय और गुर्दों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसी वजह से गाजर हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपाय में से एक है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में आप रोज सुबह खाली पेट गाजर के जूस का सेवन करें।
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    22. मूली - एक रिसर्च के अनुसार मूली के पत्तों में एंटीहाइपरटेंसिव गुण होता है। एंटीहाइपरटेंसिव गुण उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है इसलिए अगर मूली के पत्तों का इस्तेमाल किया जाए तो हाई ब्लड प्रेशर के असर को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। आप मूली के पत्तों का सेवन सलाद के रूप में भी कर सकते हैं। वहीं मूली की पत्तियों की सब्जी बनाकर भी आप खा सकते हैं।
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    24. प्याज का रस - प्याज मे क्वेरसेटिन नामक पॉलीफेनोल पाया जाता है। यह तत्व उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है। रिसर्च में पाया गया कि प्याज के रस का सेवन 6 हफ्तों तक करने वालों के हाई ब्लड प्रेशर में काफी कमी आई। इसीलिए प्याज के रस को हाई ब्लड प्रेशर का कारगर घरेलू उपचार माना जाता है। प्याज के रस को शहद के साथ अच्छी तरह मिलाकर दिन में दो बार सुबह-शाम बराबर मात्रा में इसका सेवन करें।

    25. सेब का सिरका - ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में आप सेब के सिरके की भी मदद ले सकते हैं। सेब के सिरके में एसिटिक एसिड होता है। इस एसिड में एंटी हाइपरटेंसिव गुण होता है जो हाई ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। गुनगुने पानी में सेब के सिरके की कुछ बूंदें डालकर अच्छे से  मिलाकर इसे पीएं। वहीं सेब के सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड शरीर में पोटेशियम की मात्रा को कम कर सकता है और यह पोटेशियम ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इसलिए सेब के सिरके का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

    26. आंवला - हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू इलाज के लिए आप आंवले का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आंवला में हाइपोलिपिडेमिक और एंटी हाइपरेटिव प्रभाव होते हैं। यह दोनों बीपी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव एथेरोस्क्लेरोसिस यानी धमनियों की दीवारों में वसा और कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों को बढ़ने से रोककर ब्लड को नियंत्रित करने का काम करते हैं। आप रोज एक गिलास पानी में दो चम्मच आंवले का रस मिलाकर सुबह खाली पेट पीएं। ऐसा करने से आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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      हाई ब्लड प्रेशर के नुकसान

      हाई ब्लड प्रेशर हमारे शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाता है। आइए इन नुकसान के बारे में जानते हैं -

      1. हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप के कारण धमनी और नसों में रक्त का प्रवाह तेजी से होने लगता है जिससे उनके फटने का डर रहता है। यह नसों और धमनियों को टाइट भी कर सकता है।
      2. हाइपरटेंशन के कारण धमनियों के नष्ट होने का खतरा रहता है।
      3. इसी तरह जब नसों में रक्त का प्रवाह तेजी से होने लगता है तो मस्तिष्क की कोशिकाओं और ऊतकों के खराब होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है।
      4. हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हृदय पर अधिक कार्य करने का दबाव पड़ता है जिससे कि उसके खराब होने का खतरा बना रहता है।
      5. उच्च रक्तचाप के कारण मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन और रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती। इससे मस्तिष्क डेड हो सकता है या उसे नुकसान हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से दिमाग में ब्लड सप्लाई बहुत कम हो जाती है।

        हाई ब्लड प्रेशर से बचाव कैसे करें

        हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या से बचाव के लिए आप यदि कुछ बातों का ध्यान रखें तो यह आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा। आइए जाने हाइपरटेंशन से बचाव के लिए कुछ जरूरी बातें -

      1. संतुलित खानपान - हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में संतुलित खानपान की महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि आप अपने खानपान में सब्जियां, फल, मांस, और दूध को शामिल करते हैं तो यह एक अच्छा उपाय है। इसके अलावा आप नमक का इस्तेमाल कम से कम करें। यदि नमक की ज्यादा मात्रा का सेवन किया जाए तो रक्तचाप की समस्या को ठीक करना मुश्किल है। इसके अलावा जिन लोगों को हाइपरटेंशन नहीं है उन्हें भी नमक का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

      2. नियमित जीवन शैली - यदि आप अपनी जीवनशैली को नियमित बनाए रखते हैं और अपने जीवन में अनुशासन का पालन करते हैं तो आप हाइपरटेंशन की समस्या से बच सकते हैं। हर चीज को समय पर करें ताकि आपको किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से ना गुजरना पड़े।

      3. व्यायाम - शरीर को फिट रखने के लिए और शरीर को ऊर्जावान बनाने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम करने से ना सिर्फ शरीर सुडौल बना रहता है बल्कि शरीर में वसा भी नहीं जमती। नियमित व्यायाम करने से रक्तचाप का स्तर भी नियंत्रित बना रहता है।

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      5. तनाव से रहें दूर - आजकल तनाव से भरपूर जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर होना एक आम बात है। ऐसे में मानसिक तनाव से बचने के लिए हमें कुछ ऐसी चीजों को करने की आवश्यकता होती है जिससे हम तनाव से बच सकें। मानसिक तनाव कम करने के लिए आप योगाभ्यास कर सकते हैं, अपनी पसंद का संगीत सुन सकते हैं ताकि आप अपने मन और मस्तिष्क को प्रसन्न रख सके।

      6. भरपूर नींद लें - ऐसा कई मामलों में देखा गया है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती हैं। इसलिए अपनी नींद के साथ समझौता बिल्कुल भी ना करें और पर्याप्त नींद लें ताकि यह बीमारी आपसे दूर रहें।
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        हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कम करने के उपाय

        कुछ ऐसे उपाय हैं जिनसे आप बीपी को तुरंत कंट्रोल कर सकते हैं। आइए तुरंत बीपी कम करने के उपाय जानते हैं - 

      8. गहरी सांस लें - हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कम करने के लिए आप सबसे पहले गहरी सांस लें और फिर 2 सेकंड अपनी सांस को रोककर रखें। इसके बाद धीरे-धीरे पूरी सांस छोड़ें। 2 सेकंड रुककर फिर से यही प्रक्रिया दोहराएं। ऐसा कुछ देर करें। ऐसा करने से आप तुरंत अपना बीपी कम कर सकते हैं।

      9. आराम करें - अचानक बीपी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है तनाव। यह तनाव शारीरिक या मानसिक कैसे भी हो सकता है इसलिए आप हाई बीपी होने पर कुछ देर बिस्तर पर लेटकर आराम करें। अपने दिमाग को शांत करने के लिए आप अपने पसंद के गाने भी सुन सकते हैं या कोई अपनी पसंद की किताब भी पढ़ सकते हैं। यह आपको तुरंत अपना बीपी कम करने में मदद करेगा।

      10. गुनगुने पानी से नहाएं - अगर ऊपर बताए गए उपायों से भी आपका बीपी कंट्रोल नहीं होता है तो आप गुनगुने पानी से नहाएं। ऐसा करने से आपकी मांसपेशियों और नसों से तनाव कम हो जाएगा और रक्त का प्रवाह शरीर में सही से होगा। ध्यान रहे अगर आपका बीपी इन सब उपायों से भी नहीं कंट्रोल में हो रहा है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
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        हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाएं

        हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में आप किन चीजों का सेवन कर सकते हैं; आइए जानते हैं-

        1. हरी पत्तेदार सब्जियां
        2. डार्क चॉकलेट
        3. ओटमील 
        4. पिस्ता
        5. फैटी फिश
        6. अनार
        7. चुकंदर
        8. दही 
        9. ऑलिव ऑयल
        10. विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ

          हाई ब्लड प्रेशर में क्या ना खाएं

          हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में आपको किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए; आइए जानते हैं-

          1. कॉफी व चाय
          2. नमकीन ड्राई फ्रूट
          3. पैक्ड जूस
          4. शराब
          5. पैक्ड फूड
          6. सोडा
          7. पिज़्ज़ा, चिप्स व पेस्ट्री
          8. प्रोसेस्ड मांस
          9. अधिक वसा वाला सलाद
          10. कैचअप व सॉस
          11. एनर्जी ड्रिंक
          12. अचार व पापड़

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            Author

            Ridhima Arora

            Ridhima Arora is an Indian entrepreneur, author, trained yoga instructor, and practicing nutritionist. She is the founder of Namhya Foods.Besides being the founder of Namhya foods, Ridhima also gives nutrition coaching in seminars to kids, NGOs, and corporates. She also works as a freelancer at Global Changemakers.