यूरिक एसिड के लक्षण, कारण और जानें यूरिक एसिड के घरेलू इलाज
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यूरिक एसिड जिसके कारण होने वाली दिक्कतों से आजकल ज्यादातर लोग परेशान हैं। यह परेशानी महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। दरअसल इस यूरिक एसिड की शुरुआत हमारे खानपान से ही होती है और फिर धीरे-धीरे यह कई तरह की समस्याओं का कारण बन जाती है। यूरिक एसिड हाई प्यूरीन वाले फूड्स से निकलने वाला एक वेस्ट पदार्थ है जिसके शरीर में ज्यादा बढ़ जाने से गाउट जैसी समस्या होने लगती है। जब प्यूरीन हमारे शरीर में बढ़ जाता है तो यह हड्डियों में खासकर जो जॉइंट्स होते हैं वहां जमा होने लगता है और इसी कारण जोड़ों के दर्द की समस्या पैदा होती है। आज इस लेख में हम यूरिक एसिड के लक्षण और उपाय और यूरिक एसिड का घरेलू इलाज के बारें में जानेंगे।
यूरिक एसिड क्या है? What is Uric Acid in Hindi?
आइए पहले जानते हैं कि यूरिक एसिड क्या है? जब शरीर में किडनी की फिल्टर करने की क्षमता कम हो जाती है तो यूरिया यूरिक एसिड में बदलने लगता है जो हड्डियों के बीच में जाकर जम जाता है। यूरिक एसिड शरीर की कोशिकाओं और कई खाद्य पदार्थों जैसे (मांस, मछली और कई सब्जियों) से बनता है जो हम खाते हैं। इसमें से यूरिक एसिड का ज्यादातर हिस्सा किडनी के जरिए फिल्टर हो जाता है और जो रह जाता है वह मल मूत्र के जरिए बाहर निकल जाता है। लेकिन अगर शरीर में यह ज्यादा बन रहा है या किडनी फिल्टर नहीं कर पाती तो खून में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। बाद में यह हड्डियों के बीच में जमा हो जाता है और इससे गाउट की समस्या पैदा हो जाती है। यूरिक एसिड बढ़ने से हमारे शरीर की मांसपेशियों में सूजन आती है और दर्द रहता है।
यूरिक एसिड के लक्षण - Symptoms of Increased Uric Acid in Hindi
यूरिक एसिड के बढ़ने पर शुरुआत में पता नहीं लग पाता। ज्यादातर लोगों को यूरिक एसिड बढ़ने के शुरुआती लक्षण क्या है यह पता ही नहीं होता। तो आइए यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षणों के बारे में जानते हैं -
जोड़ों में दर्द होना जिसके कारण उठने बैठने में रोगी को बहुत परेशानी होती है।
जोड़ों में गांठ की समस्या होना।
उंगलियों में सूजन आ जाना।
पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द होना।
जल्दी-जल्दी थकावट महसूस होना।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण - Causes of Increased Uric Acid in Hindi
हमारे शरीर में यूरिक एसिड के स्तर में वृद्धि होने के कारणों के बारे में लोगों में जागरूकता की कमी है जिस कारण यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ जाती है और इसके कई दुष्प्रभाव नजर आने लगते हैं। समय रहते यदि हम इनके कारणों का पता लगाएं तो हम इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आइए यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है? इसके कारणों के बारे में विस्तार से जानें-
अनियमित जीवनशैली - यूरिक एसिड की समस्या आजकल की आधुनिक अनियमित जीवन शैली से जुड़ी एक समस्या है। अनियमित जीवनशैली के चलते हमारे खाने-पीने, सोने-जागने, काम करने, हमारी दैनिक दिनचर्या का कोई नियमित समय नहीं होता, जिस कारण हम कई बीमारियों से घिर जाते हैं। अनियमित जीवनशैली के कारण यूरिक एसिड की समस्या 25 से 40 वर्ष के युवा पुरुषों में देखने को मिलती है और स्त्रियों में यह समस्या 50 वर्ष की उम्र के बाद देखने को मिलती है।
खानपान - खान-पान के कारण भी शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है; जैसे रेड मीट, सी- फूड, रेड वाइन, प्रोसेस्ड चीज़, दाल, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, पालक, आदि इनके अधिक मात्रा में सेवन से यूरिक एसिड बढ़ जाता है, इसलिए खान-पान का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है।
प्रोटीन की अधिकता - यूरिक एसिड की समस्या शरीर में प्रोटीन के ज्यादा होने के कारण भी होती है। प्रोटीन अमीनो एसिड के संयोजन से बना होता है। पाचन की प्रक्रिया के दौरान जब प्रोटीन टूटता है तब शरीर में यूरिक एसिड बनता है जो एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट होता है। शरीर में सीमित मात्रा में यूरिक एसिड का होना सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो यह रक्त प्रवाह के जरिए पैरों की उंगलियों, घुटने, कोहनी, कलाइयों, हाथों और पैरों की उंगलियों के जोड़ों में जमा होने लगता है। इसी के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन जैसी समस्या पैदा होती है।
किडनी का ठीक काम न करना - किडनी हमारे रक्त में मौजूद यूरिक एसिड की अतिरिक्त मात्रा को यूरिन के जरिए हमारे शरीर से बाहर निकाल देती है लेकिन जिन लोगों की किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती उनके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने की समस्या हो जाती है।
किडनी स्टोन - अगर किसी व्यक्ति की किडनी की भीतरी दीवारों की लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो तो ऐसे में यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से किडनी में स्टोन भी बनने लगता है। यूरिक एसिड के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए आपको इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
ज्यादा उपवास या क्रैश डाइटिंग - हमारे शरीर को ऊर्जा के लिए खाने की जरूरत होती है लेकिन यदि आप खाना बंद कर दें या ज्यादा डाइटिंग करें तो भी शरीर में एक-एक करके कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। यूरिक एसिड के स्तर का बढ़ना भी इन्हीं में से एक है। इस समस्या से बचने के लिए ज्यादा उपवास या क्रैश डाइटिंग से बचें।
यूरिक एसिड का घरेलू इलाज - Home Remedies For Increased Uric Acid in Hindi
यूरिक एसिड ट्रीटमेंट के लिए आप कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल करके भी इसका इलाज कर सकते हैं। आइए इन घरेलू इलाज के तरीकों के बारे में जानें -
नींबू - नींबू हमारे शरीर में एसिड के लेवल को बढ़ा देता है लेकिन नींबू सिर्फ अल्कलाइन एसिड की मात्रा को ही बढ़ाता है। नींबू का सेवन करके हम ब्लड में से यूरिक एसिड की मात्रा को कम कर सकते हैं। यह यूरिक एसिड की रामबाण दवा है। इसके सेवन के लिए आप एक गिलास गुनगुने पानी में दो से तीन चम्मच नींबू का रस डालकर रोजाना सुबह खाली पेट इसे पीएं।
ऑलिव ऑयल - यदि आपको यूरिक एसिड की समस्या है तो आप अपना खाना किसी अन्य तेल में बनाने की बजाय ऑलिव ऑयल में बनाना शुरू कर दें। ऑलिव ऑयल में मोनो अनसैचुरेटेड फैट होता है जिससे यूरिक एसिड का लेवल कम होता है।
बादाम - बादाम हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें कैलशियम, मैग्निशियम, कॉपर, विटामिन, प्रोटीन, जिंक और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। यूरिक एसिड में बादाम खाना चाहिए क्योंकि बदाम में प्यूरीन की मात्रा बहुत कम होती है जिससे आपको कोई नुकसान नहीं होता। आप सुबह के समय भीगे हुए चार से पांच बादाम जरूर खाएं, यह आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
सेब का सिरका - यूरिक एसिड के बढ़ते स्तर को कम करने में सेब का सिरका भी काफी कारगर है। यह डिटॉक्स मेडिसिन की तरह काम करता है जो यूरिक एसिड के तत्वों को तोड़कर उन्हें शरीर से बाहर कर देता है। रोजाना दिन में तीन बार एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर जरूर सेवन करें।
किशमिश - यूरिक एसिड में किशमिश खाना चाहिए, लेकिन काली किशमिश। काली किशमिश में प्रोटीन, कार्ब्स, फाइबर, मैग्निशियम, शुगर, सोडियम, पोटैशियम, आयरन, विटामिन सी जैसे कई तरह के ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं जिन्हें हड्डियों के घनत्व के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यह काली किशमिश नेचुरल तरीके से आपका यूरिक एसिड कंट्रोल करती है। रोजाना 10 से 15 किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट इस किशमिश को खाएं और इसका पानी भी पी लें।
गिलोय - यूरिक एसिड में गिलोय के फायदे देखे जा सकते हैं। गिलोय एक बहुत ही फायदेमंद और प्रभावी जड़ी-बूटी है। यह यूरिक एसिड को जड़ से खत्म करने का उपाय है। गिलोय में मौजूद गुण हमारे शरीर में यूरिक एसिड को कम करने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करते हैं। गिलोय एक साधारण सी दिखने वाली बेल है जिसे अमरबेल के नाम से भी जानते हैं। इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से होने वाली परेशानियों को कम करने में मदद करता है। इसके सेवन के लिए आप इसकी ताजी पत्तियों को पीसकर पानी में उबालकर छानकर पीएं। इसके तने को भी पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
यूरिक एसिड में क्या खाना चाहिए - What to Eat in Uric Acid?
शाकाहारी भोजन का सेवन करें जैसे फल, सब्जियां और अनाज से भरपूर आहार। यह यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करता है।
दूध और दूध से संबंधित उत्पादों जैसे दही, छाछ और अन्य पोषक तत्वों का सेवन अधिक करना चाहिए। यह यूरिक एसिड की मात्रा को कम करते हैं।
फलों का सेवन ज्यादा करना चाहिए क्योंकि फलों में विटामिन सी, फोलिक एसिड और कई पोषक तत्व होते हैं। यह भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं।
जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीएं।
सूखे मेवे अपनी डाइट में शामिल करें।
ग्रीन-टी पीएं।
Namhya से खरीदें गिलोय पाउडर - Buy Giloy Powder from Namhya
यदि आप शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने की समस्या से परेशान हैं तो आप Namhya का गिलोय पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक हाई यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए गिलोय एक अच्छा ऑप्शन है। गिलोय में मौजूद तत्व बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मदद करते हैं। यदि आप गिलोय का सेवन करते हैं तो आप अपनी यूरिक एसिड की समस्या से पूरी तरह से छुटकारा पा सकते हैं। आप Namhya गिलोय पाउडर इस्तेमाल करें, यह 100% नेचुरल है। आप इसे Namhya की वेबसाइट से ऑनलाइन घर बैठे भी ऑर्डर कर सकते हैं।
Ridhima Arora is an Indian entrepreneur, author, trained yoga instructor, and practicing nutritionist. She is the founder of Namhya Foods.Besides being the founder of Namhya foods, Ridhima also gives nutrition coaching in seminars to kids, NGOs, and corporates. She also works as a freelancer at Global Changemakers.
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