जानें डिप्रेशन के लक्षण और इन्हें कम करने के घरेलू इलाज

डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है जिसका सामना हर दूसरा इंसान कर रहा है। मानसिक और बाहरी परिस्थितियों के बीच असंतुलन की वजह से तनाव उत्पन्न होता है और जब यह तनाव लगातार बढ़ने लगता है तो यह डिप्रेशन में बदल जाता है। यह मानसिक तौर से जुड़ा हुआ एक रोग है जिसका यदि समय पर इलाज ना कराया जाए तो समय के साथ यह बढ़ता जाता है।

 

इससे ग्रस्त व्यक्ति निराशा और हताशा की तरफ बढ़ने लगता है। उसके जीवन में उसे सिर्फ अंधकार ही दिखाई देता है। जब रोगी ऐसी अवस्था में पहुंच जाता है तो उसे वापस लाना बड़ा मुश्किल हो जाता है। आज इस लेख में हम डिप्रेशन क्यों होता है?, डिप्रेशन का लक्षण और डिप्रेशन का घरेलू इलाज क्या है, इसके बारे में जानेंगे।

 

डिप्रेशन क्या है - What is Depression in Hindi?

 

डिप्रेशन यानी अवसाद एक प्रकार का मूड डिसऑर्डर है। यह वह स्थिति है जब इंसान दुखी और उदास महसूस करता है। यूं तो अधिकांश लोग जिंदगी में कभी ना कभी अकेलेपन और दुख का अनुभव करते हैं लेकिन जब यह दुख, उदासी और अकेलापन कई दिनों तक बना रहता है तो इस अवस्था को डिप्रेशन कहा जाता है। डिप्रेशन में नकारात्मक विचार हमारे दिमाग पर हावी होने लगते हैं जो हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर डालते हैं।

 

Depression

 

इन नकारात्मक विचारों के कारण हमारा मस्तिष्क सही से काम करना बंद कर देता है। डबल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया में लगभग 20 करोड़ से भी ज्यादा लोग इस डिप्रेशन की बीमारी से जूझ रहे हैं। भारत में भी यह समस्या काफी हद तक बढ़ चुकी है। यह एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र में मनुष्य को हो सकती है लेकिन 30 से 40 साल की उम्र के लोगों में यह परेशानी ज्यादा देखी जाती है।

 

डिप्रेशन के प्रकार - Types of Depression in Hindi

 

  • यूनीपोलर डिप्रेशन - यह डिप्रेशन का सबसे आम रूप है। इस डिप्रेशन के शुरुआती लक्षण में कम से कम 2 सप्ताह तक के लिए अकेलापन और उदासी महसूस करना शामिल है। इस दौरान रोगी को लगता है कि उसके जीवन में कोई प्रेरणा ही नहीं बची। इस डिप्रेशन में लोगों को सोने में दिक्कत होती है और भूख में कमी आ सकती है।

  • बाइपोलर डिसऑर्डर - इस डिप्रेशन में मरीज का मूड लगातार बदलता रहता है। एक पल में वह गंभीर डिप्रेशन के लक्षणों को झेलता है और दूसरे पल में वो खुद को बहुत ही ज्यादा ऊर्जावान महसूस करने लगता है। कभी-कभी वह आत्मविश्वास से भर जाता और कभी वह काल्पनिक जीवन जीने लग जाता है।

  • डिस्थीमिया - इस अवस्था में मरीज उदास और अस्थिर महसूस करने लगता है लेकिन इससे उसकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित नहीं होती। इसके लक्षण हर दिन बदलते रहते हैं और यह 2 साल तक रह सकते हैं।

  • सीजनल इफेक्टिव डिसऑर्डर - इस डिप्रेशन से मरीज विशेष मौसम में ग्रस्त होते हैं जैसे पतझड़ और सर्दी का मौसम। इस मौसम में प्रकाश की कमी के कारण डिप्रेशन के लक्षण नजर आते हैं और जब वसंत ऋतु आता है तो वो अपने आप ही ठीक होने लगते हैं।

  • पोस्टनेटल डिप्रेशन - यह डिप्रेशन का वह प्रकार है जो महिलाओं में अक्सर प्रसव के बाद नजर आता है। कभी-कभी यह अवस्था इतनी गंभीर रूप ले लेती है कि मां के लिए अपने बच्चे की देखभाल करना तक मुश्किल हो जाता है। साथ ही उसे ऐसा एहसास होने लगता है कि आसपास के लोग उसे समझ नहीं पा रहे हैं। ऐसी अवस्था में मां खुद को दोषी महसूस करने लगती है।

  • मेजर डिप्रेशन - इस डिप्रेशन में मरीज के मन में उदासी, निराशा या गुस्से की भावना लंबे समय तक रहती है और यह उसके रोज के कामकाज पर भी असर डालने लगती है
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    डिप्रेशन के लक्षण - Symptoms of Depression in Hindi

     

    1. मन में उदासी
    2. आत्मसम्मान की कमी
    3. चिड़चिड़ापन
    4. निराशा महसूस होना
    5. सोचने और निर्णय लेने में कठिनाई होना
    6. बेवजह थकान महसूस होना
    7. ऊर्जा की कमी होना
    8. ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होना
    9. बेकार की बातों के बारे में सोचना
    10. मांसपेशियों में दर्द
    11. दूसरों से अलग रहना
    12. भूख में कमी आना
    13. नींद के चक्र में बदलाव होना

     

    महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण - Symptoms of Depression in Female

     

    Symptoms of Depression in Female

     

    हमारे देश में बहुत सी महिलाएं ऐसी है जो डिप्रेशन से ग्रस्त होती हैं लेकिन वह इस बारे में बात करने से हिचकिचाती हैं। इसी वजह से महिलाओं में डिप्रेशन का स्तर काफी हद तक बढ़ जाता है। डिप्रेशन बढ़ने की वजह से महिलाओं में कई तरह के हार्मोन बदलाव भी होने लगते हैं। तो आइए महिलाओं में डिप्रेशन की वजह से दिखने वाले लक्षण जानते हैं-

    1. पीरियड का अनियमित होना
    2. खानपान का अनियंत्रित होना
    3. नींद में गड़बड़
    4. थकावट महसूस होना
    5. आत्मविश्वास की कमी होना
    6. खुद को किसी लायक न समझना
    7. किसी भी चीज पर फोकस करने से डरना
    8. चिड़चिड़ापन महसूस होना
    9. सेक्स में रुचि न होना

     

    पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण - Symptoms of Depression in Male

     

    परिवार को संभालने में पुरुषों की भूमिका अहम होती हैं। वह जिम्मेदारियों के बीच खुद पर कभी गौर ही नहीं कर पाते। आर्थिक और पारिवारिक जैसे मुद्दों के कारण कई बार पुरुष डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। वह कब डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं उन्हें खुद भी पता नहीं होता और वह इस डिप्रेशन से जूझते रहते हैं। आइए पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण के बारे में जानते हैं।

     

    1.  बिना वजह चिढ़ना और गुस्सा करना
    2. अकेलापन महसूस करना
    3.  प्यार की भावनाओं को व्यक्त ना करना
    4.  परिवार से दूरी बनाना
    5.  हमेशा थकावट महसूस करना
    6. आत्महत्या का प्रयास करना
    7.  खुद को दूसरों से अलग-थलग रखना
    8.  ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना
    9.  शराब और ड्रग्स का आदि होना
    10.  सिर में दर्द रहना
    11.  यौन इच्छा में कमी

     

    डिप्रेशन का घरेलू इलाज - Home Remedies of Depression in Hindi

     

    Home Remedies of Depression in Hindi

     

    डिप्रेशन क्या है और इसके लक्षण क्या है? यह जानने के बाद डिप्रेशन के इलाज के लिए कुछ घरेलू नुस्खों की बात करते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में जिनके इस्तेमाल से आप डिप्रेशन के लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकते हैं-

     

  • दही - डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने के लिए आप दही का सेवन कर सकते हैं। दही हमारे शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर को बढ़ाकर डिप्रेशन को कम करने में मदद करती है। रिसर्च में पाया गया है कि दही के सेवन करने के साथ-साथ यदि आप एक्सरसाइज भी करते रहे तो डिप्रेशन के लिए यह और ज्यादा असरदार हो जाती है। आप अपने भोजन में दही को शामिल करें। चाहे तो आप दही की लस्सी बनाकर भी पी सकते हैं।

  • अदरक - अदरक खाकर भी आप डिप्रेशन के लक्षणों को कम कर सकते हैं। रिसर्च में पाया गया है कि अदरक का इस्तेमाल डिप्रेशन सहित अन्य कई रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है। इसलिए यह कहना गलत नहीं है कि आप डिप्रेशन को दूर करने के लिए भी अदरक का सेवन कर सकते हैं। आप अदरक की चाय पी सकते हैं। आप अपनी रोज की सब्जी में अदरक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

  • सौंफ - सौंफ को अक्सर लोग माउथ फ़्रेशनर के रूप में ही इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसे डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने के लिए भी असरदार माना गया है। सौंफ में एंटीडिप्रेसेंट प्रभाव होता है जो अवसाद के लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकता है। सौंफ को डिप्रेशन के एक रामबाण इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। रोज़ाना आप खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन कर सकते हैं।

  • सालमन मछली - सालमन मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है और यह फैटी एसिड मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ रोगी के मूड में सुधार करने में भी मदद करता है जिससे डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। यही कारण है कि आप डिप्रेशन के उपचार के लिए सालमन मछली का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप सालमन मछली को फ्राई करके या करी बनाकर खाएं। आप मछली को रोस्ट या स्टीम करके भी खा सकते हैं।

  • काजू - डिप्रेशन के लक्षण को कम करने के घरेलू नुस्खे में आप काजू का इस्तेमाल कर सकते हैं। काजू में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद हैं जो हमारे मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं। काजू का सेवन आपको डिप्रेशन से बचाने में मदद करता है। यह आपके मूड को बेहतर करने का काम करता है। आप काजू को पीसकर उसका पाउडर बनाकर दूध में डालकर पी सकते हैं या आप ऐसे ही काजू खा सकते हैं।
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    cashew


     

  • पेपरमिंट ऑयल - पेपरमिंट ऑयल डिप्रेशन को कम करने के साथ-साथ चिंता को भी दूर करने में असरदार होता है इसलिए पेपरमिंट ऑयल को डिप्रेशन का रामबाण इलाज माना जा सकता है। पेपरमिंट ऑयल के इस्तेमाल के लिए आप पहले बर्तन में स्लाइन वाटर लें। उसमें पेपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदे डाल दें। अब इसे सूंघें। यह आपको डिप्रेशन में फायदा पहुंचाएगा।

    1. डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने के लिए घरेलू नुस्खों को जानने के बाद कई लोग यह भी जानना चाह रहे होंगे कि डिप्रेशन की सबसे अच्छी दवा क्या हो सकती है। तो आपको बता दें कि डिप्रेशन की दवा के तौर पर डॉक्टर एंटी डिप्रेशन दवाएं दे सकते हैं। इन दवाओं की मदद से 4 से 8 हफ्तों में ही नींद की समस्या, भूख और ध्यान लगाने में कठिनाई जैसे डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार हो सकता है। 

       

      डिप्रेशन में क्या खाना चाहिए - What to Eat in Depression?

      सही डाइट किसी भी बीमारी के इलाज में काफी अहम भूमिका निभाती है। आइए जानते हैं कि डिप्रेशन की समस्या में किन चीजों को खाना चाहिए-

      1. ताजे फल व सब्जियां
      2. साबुत अनाज
      3. मछली
      4. कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट
      5. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाद्य पदार्थ
      6. विटामिन B6 और B12 से भरपूर भोजन
      7. मैग्नीशियम और फोलिक एसिड युक्त खाद्य सामग्री

       

      डिप्रेशन से नुकसान - Side Effects of Depression in Hindi

       

      डिप्रेशन से ग्रस्त रोगी को कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है जैसे-

      1. शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा
      2. धमनी रोग
      3. अस्थमा
      4. शराब या अन्य नशीले पदार्थों का आदि होना 
      5. मोटापा
      6. आत्महत्या की कोशिश

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        Author

        Ridhima Arora

        Ridhima Arora is an Indian entrepreneur, author, trained yoga instructor, and practicing nutritionist. She is the founder of Namhya Foods.Besides being the founder of Namhya foods, Ridhima also gives nutrition coaching in seminars to kids, NGOs, and corporates. She also works as a freelancer at Global Changemakers.