पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। मासिक धर्म की प्रक्रिया एक महिला के लिए मां बनने में सहायक होती है। इस दौरान ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक बदलाव भी एक महिला में देखे जा सकते हैं जिन्हें हम हार्मोनल चेंज का नाम देते हैं। पीरियड्स जहां महिलाओं की सेहत के लिए बेहद जरूरी है वहीं ये उनके लिए एक टेंशन का कारण भी बन जाता है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब पूरा परिवार कहीं ट्रिप पर जाने का प्लान कर रहा हो, कोई शादी-समारोह या कोई धार्मिक उत्सव हो, उस वक्त महिलाओं को अपनी पीरियड डेट का ध्यान रखना होता है। अगर इन समारोह या ट्रिप के बीच में पीरियड्स डेट आ जाए तो ऐसे में महिला का बाहर जाना बहुत ही टेंशन भरा हो जाता है। उस समय हर महिला यही सोचती है कि काश मैं अपने पीरियड्स से फ्री हो जाती तो मैं भी इस फंक्शन और ट्रिप को एंजॉय कर पाती।
पीरियड्स को लेकर महिलाओं की टेंशन का बड़ा कारण है, पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानियां। पीरियड के दौरान महिलाओं को पेट और कमर में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और बार-बार पैड चेंज करने और फिजिकल एक्टिविटीज करने में परेशानी के चलते वो इन फंक्शन का भरपूर आनंद नहीं ले पाती है और पूरे समय वह चिढ़चिढ़ी बनी रहती है।
कई बार तो इन पीरियड्स के चलते उन्हें अपने कई प्लान कैंसिल भी करने पड़ जाते हैं। तब हर महिला यही सोचती है कि काश कोई ऐसा उपाय होता जिससे मैं तुरंत ही इस समस्या से फ्री हो जाती और मेरे पीरियड्स समय से पहले आ जाते। तो चलिए आज इस लेख में हम जल्दी पीरियड लाने के उपाय के बारे में जानेंगे।
पीरियड लाने के घरेलू उपाय - Home Remedies to Bring Period
कई बार महिलाएं यह चाहती हैं कि उनके पीरियड्स जल्दी आ जाए। पीरियड आने से पहले होने वाले दर्द भी कई बार शुरू हो जाते हैं लेकिन तब भी पीरियड आसानी से नहीं आते। तब हर महिला यह सोचती है कि तुरंत पीरियड लाने के लिए क्या करें? आज हम आपको कुछ घरेलू तरीकों के बारे में बता रहे हैं जो पीरियड्स जल्दी लाने में आपकी मदद करेंगे।
पपीता - पपीते में गर्भाशय की मांसपेशियों को संकुचित और नियंत्रित करने का गुण होता है। इससे आपके पीरियड्स समय पर आ सकते हैं और अगर मासिक धर्म चक्र तनाव के कारण रुक गया है तब भी आप कच्चा पपीता खाकर इसे रेगुलर कर सकते हैं। पीरियड्स जल्दी लाने के लिए आप पीरियड्स डेट से एक-दो हफ्ते पहले पपीता खाना शुरू कर दें और जब तक पीरियड ना आए तब तक आप इसे खाते रहें। एक कटोरी भरकर कच्चे पपीते का सेवन आप रोज कर सकते हैं। यह नुस्खा आपको जल्दी पीरियड आने में मदद करेगा।
हल्दी - कई महिलाएं सोच रही होंगी कि हल्दी से पीरियड कैसे लाये? जरा ध्यान दें कि हल्दी एक बहुत ही गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि है और मासिक धर्म जल्दी लाने में हल्दी का उपयोग भी किया जा सकता है। हल्दी में एम्मेनागॉग प्रभाव होता है जो ब्लड फ्लो को बढ़ा सकता है। इसके अलावा हर्मोन्स को बैलेंस करने और पीरियड के दर्द को कम करने में भी हल्दी आपकी मदद करेगी। इसके सेवन के लिए आप एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें और उसे अच्छी तरह मिलाकर पीएं। पीरियड डेट आने से 10-15 दिन पहले से ही रोज इसे पीना शुरू कर दें। ऐसा करने से आप अच्छे परिणाम पाएंगे।
दालचीनी - दालचीनी हमारे शरीर के तापमान को बढ़ाती है जिससे पीरियड के समय पर या जल्दी आने की संभावना बढ़ जाती हैं। साथ ही इसमें हाइड्रोक्सीचैल्कोन नामक तत्व होता है जो हमारे पीरियड्स को नियमित करने में भी मदद करता है। यह मासिक धर्म में होने वाले दर्द को और अधिक रक्त्स्त्राव को भी नियंत्रित करने में सहायक है। पीरियड्स आने से कुछ समय पहले से आप रोजाना एक गिलास दूध में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीना शुरू कर दें। आप पीरियड्स आने से पहले दालचीनी की चाय का सेवन भी कर सकते हैं।
तिल के बीज - तिल के बीज हमारे पीरियड्स से संबंधित हार्मोन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं मासिक धर्म ना आने वाली महिलाओं में यह रक्त्स्त्राव को प्रेरित करके इसे नियमित बनाने में भी मदद करते हैं। जल्दी पीरियड लाने के उपाय के तौर पर आप तिल के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। 60 ग्राम तिल के बीज के पाउडर में एक छोटा चम्मच शहद मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें। अब रोजाना दिन में एक बार नाश्ते से पहले इसे खाएं।
अजवाइन - अजवाइन से पीरियड कैसे लाये? आइए इस सवाल का जवाब जानते हैं। अजवाइन और गुड़ का मिश्रण मासिक धर्म में ऐंठन से राहत दिलाने के साथ-साथ मासिक धर्म को प्रेरित करने में भी मदद करता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन और एक चम्मच गुड़ को साथ में उबालकर सुबह खाली पेट पीएं। इस तरह अजवाइन का सेवन पीरियड जल्दी लाने का उपाय है।
सौंफ - खाना खाने के बाद खाना पचाने के लिए सौंफ के इस्तेमाल के बारे में तो आपने सुना होगा। लेकिन आपको बता दें कि जल्दी पीरियड लाने के उपाय के तौर पर भी सौंफ का सेवन किया जा सकता है। दरअसल सौंफ एस्ट्रोजेनिक एजेंट की तरह काम करता है जो जल्दी पीरियड्स लाने में कारगर है। सौंफ को आप एक बर्तन में पानी लेकर 10-15 मिनट तक उबाल लें। फिर इस पानी को छानकर ठंडा होने के लिए रख दें। अब दिनभर इस पानी को थोड़ी-थोड़ी देर में पीते रहें। इस तरह पीरियड जल्दी लाने में मदद मिलेगी।
अनानास - पीरियड की समस्या को दूर करने में अनानास बहुत ही फायदेमंद है। अनानास पीरियड्स में हो रही देरी की समस्या को दूर करता है साथ ही इसमें होने वाले दर्द से भी राहत दिलाता है। अनानास को छीलकर छोटे टुकड़ों में काटकर इसका जूस निकाल लें। आप रोजाना एक कटोरी कटा हुआ अनानास भी खा सकते हैं। पीरियड के कुछ दिन पहले से ही रोज दोपहर के समय आप अनानास का सेवन शुरू करें और पीरियड जल्दी लाने में इसके फायदों का लाभ उठाएं।
एलोवेरा - जिस तरह हमारी अनेकों शारीरिक परेशानियों में एलोवेरा बहुत फायदेमंद है। उसी तरह अनियमित पीरियड को सुधारने में भी एलोवेरा कारगर है। एलोवेरा को एमेनोरिया यानी पीरियड्स ना होने की समस्या में बहुत उपयोगी माना गया है। यह हर्मोन्स को रेगुलेट करके हमें फायदा पहुंचाता है। यदि आपको पीरियड्स में देरी हो रही है तो आप एलोवेरा का औषधि के रूप में सेवन करें। यह आपको अच्छे परिणाम देगा। इसके लिए आप पीरियड डेट के एक-दो हफ्ते पहले से ही आधा गिलास एलोवेरा जूस पीना शुरू कर दें।
अदरक - अदरक भी जल्दी पीरियड लाने के उपाय में से एक है। आयुर्वेद में अदरक को काफी समय से पीरियड्स में होने वाली देरी को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। यदि आप भी पीरियड देरी से होने की समस्या से परेशान हैं तो अदरक का सेवन कर सकते हैं। आधा चम्मच अदरक के रस में एक चौथाई चम्मच शहद मिलाकर एक मिश्रण बनाएं और इस मिश्रण को पीरियड की डेट से एक हफ्ते पहले से खाना शुरु कर दें।
अनार - फल हमारी सेहत के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। इसी तरह अनार भी एक पौष्टिक फल है जिसका इस्तेमाल हम कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए करते हैं। इसी तरह मासिक धर्म में देरी की समस्या में भी यह फल हमें बहुत लाभ पहुंचाता है। एमेनोरिया के मरीजों को इस समस्या से राहत के लिए अनार के सेवन की सलाह दी जाती है। पीरियड सही समय पर लाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। रोज एक कटोरी अनार का सेवन करें।
गाजर - गाजर में बीटा-कैरोटीन और कैरोटीन जैसे तत्व होते हैं और इन्हीं तत्वों की कमी के कारण अनियमित मासिक धर्म जैसी परेशानी होती है। गाजर में यह तत्व होने के कारण पीरियड को रेगुलेट करने में गाजर बहुत मदद करती है। जल्दी पीरियड लाने के उपाय के रूप में गाजर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप गाजर को काटकर और छीलकर इसका जूस निकाल लें और उसका रोजाना सेवन करें या आप इसे काटकर भी खा सकते हैं।
गर्म पानी से सिकाई - यदि पीरियड आने से एक-दो हफ्ते पहले से पेट के निचले हिस्से में गर्म पानी से सिकाई की जाए तो ऐसा माना जाता है कि यह भी पीरियड जल्दी लाने में आपकी मदद कर सकता है। गर्म पानी का सेक करने के साथ-साथ आप गर्म पानी को पी भी सकते हैं। गर्म पानी की सिकाई और साथ-साथ गर्म पानी का सेवन आसान और सरल जल्दी पीरियड लाने के उपाय हैं।
पीरियड जल्दी आने के कारण - Causes of Early Periods in Hindi
हर महीने होने वाले पीरियड हमारी अच्छी सेहत के लिए जरूरी है लेकिन यह हमें तरह-तरह से परेशान करते हैं। कई बार बहुत हैवी ब्लीडिंग होती है तो कभी बिल्कुल कम। ऐसे ही कभी पीरियड समय पर नहीं आते और कभी समय से पहले आकर हमें चौका देते हैं। वैसे तो समय से पहले पीरियड होना कोई बड़ी बात नहीं है मासिक चक्र में बदलाव बेहद आम है। तो आइए जानते हैं पीरियड जल्दी क्यों आता है? यहां हम आपको पीरियड जल्दी आने के कुछ कारणों के बारे में बता रहे हैं-
प्यूबर्टी - प्यूबर्टी उस समय को कहते हैं जिसके दौरान किशोर लड़कियां या लड़के यौन परिपक्वता तक पहुंचते हैं। यौवन की शुरुआत के दौरान किसी लड़की के मासिक चक्र की अवधि अनियमित हो सकती है। पीरियड के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं और इन बदलावों के कारण ही महिलाओं में मासिक धर्म अनियमित हो जाता है। शारीरिक बदलावों के अलावा प्यूबर्टी के दौरान हार्मोनल परिवर्तन महिला शरीर को प्रजनन के लिए तैयार करते हैं। पीरियड शुरू होने के कम से कम 6 साल तक किसी भी महिला के पीरियड अनियमित हो सकते हैं।
पेरिमेनोपॉज - मोनोपॉज से पहले के समय को पेरिमेनोपॉज कहते हैं। आमतौर पर 47 और 51 साल की उम्र के बीच महिलाएं पेरिमेनोपॉज से मोनोपॉज में एंटर करती हैं। इस समय हार्मोन स्तर में उतार-चढ़ाव होता है। विशेष रूप से एस्ट्रोजन और फॉलिकल स्टिम्युलेटिंग हार्मोन जिस के बढ़ते स्तर के कारण महिलाओं में डेट से पहले ही जल्दी पीरियड आने लगते हैं।
एसटीआई - क्लैमाइडिया, गोनोरिया और सिफलिस सहित कुछ सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शंस (एसटीआई), पीरियड के बीच वजाइना से बिल्डिंग, स्पॉटिंग का कारण बन सकते हैं। हालांकि यह इनफेक्शंस हमेशा किसी बड़ी बीमारी का कारण नहीं बनते हैं लेकिन फिर भी समय रहते इनका इलाज जरूरी है।
इंप्लांटेशन ब्लीडिंग - जब निषेचित अंडा गर्भाशय के अस्तर से जुड़ता है तो हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो सकती है। यह आमतौर पर गर्भाधान के 1 से 2 सप्ताह बाद होता है। नियमित पीरियड की तुलना में इंप्लांटेशन ब्लीडिंग बहुत गहरी होती है। आमतौर पर ओवुलेशन के 6 से 10 दिनों बाद इंप्लांटेशन होता है यदि पीरियड शुरू होने से ठीक पहले आप हल्की ब्लीडिंग नोटिस करते हैं तो ब्लीडिंग रुकने के बाद आपको एक प्रेगनेंसी टेस्ट जरूर करना चाहिए।
पीसीओएस - पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम) यह एक सामान्य स्थिति है जो दस में से एक महिला को प्रभावित करती है। पीसीओएस भी समय से पहले पीरियड शुरू होने का एक कारण हो सकता है।
पीरियड जल्दी लाने के कुछ आसान तरीके - Natural Ways to Induce Periods in Hindi
- पीरियड को जल्दी लाने के लिए आप नियमित रूप से व्यायाम भी कर सकती हैं जैसे दौड़ना स्क्वाट्स, स्किपिंग और डांस आदि।
- सही पौष्टिक आहार का सेवन करें, पौष्टिक आहार आपके पीरियड की समस्या को दूर करने में मदद करेगा।
- जितना हो सके तनावमुक्त रहें क्योंकि कभी-कभी तनाव के कारण भी हर्मोन्स पर असर पड़ता है और पीरियड समय पर नहीं होते हैं।
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