मुंह के छाले होने के कारण और उसके घरेलू उपचार

कभी ना कभी ज़्यादातर लोगों को मुंह के छालों की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह छालें जीभ, होंठ, होंठ के पीछे या जबड़ों में होते हैं। यह बहुत दर्दनाक होते हैं। छाले होने पर भोजन को निगलना और यहां तक कि पानी पीना तक बहुत मुश्किल हो जाता है। अक्सर माना जाता है कि पेट की गर्मी से मुंह में छाले हो जाते हैं या जिन लोगों का पेट सही से साफ नहीं होता, उन्हें मुंह में छालों की समस्या होती है।

 

अगर आप अक्सर छालों की समस्या से परेशान रहते हैं तो आपको इन छालों को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि कई बार कुछ गंभीर स्थितियां भी इन छालों का कारण बन सकती हैं। आज इस लेख में हम इन छालों के कारण, मुँह के छालों से बचने के उपचार पर चर्चा करेंगे।

 

Types of Mouth Ulcers in Hindi

 

मुंह के छालों को कोल्ड सोर भी कहते हैं। यह छोटे-छोटे फफोले होते हैं जो तरल पदार्थ से भरे हुए होते हैं। कोल्ड सोर एक संक्रामक वायरस के कारण होता है जिसे हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) कहा जाता है। एचएसवी दो प्रकार के होते हैं। टाइप 1 कोल्ड सोर का कारण बनता है। वहीं टाइप 2 आमतौर पर जननांग को प्रभावित करता है।

 

मुंह के छाले किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकते हैं। वैसे तो मुंह के छाले एक सामान्य समस्या है। यदि आप जानना चाहते हैं कि मुंह के छाले कितने दिन में ठीक होते हैं तो आपको बता दें कि यह 1 से 2 सप्ताह के अंदर ठीक हो जाते हैं।

 

मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं - Types of Mouth Ulcers in Hindi

 

मुंह के छाले तीन प्रकार के होते हैं, इनके बारे में जानते हैं-

 

  • छोटे छाले - कई बार मुंह में छोटे-छोटे छाले हो जाते हैं जोकि कम पीड़ादायक होते हैं। इन छोटे छालों में भी आपको खाने में थोड़ी जलन महसूस होती है। यह छाले 10 से 15 दिन के भीतर अपने आप खत्म हो जाते हैं।
  •  

     

  • बड़े छाले - बड़े छाले, छोटे छालों से ज्यादा मोटे और गहरे होते हैं। यह बहुत अधिक पीड़ादायक होते हैं। इन छालों को ठीक होने में 1 महीने से भी ज्यादा समय लग जाता है। इन छालों के ठीक होने के बाद भी इनके निशान बने रहते हैं।


  • हेरपेटिफोर्म छाले - यह छोटे-छोटे छालों का एक समूह होता है। इस तरह के छाले आपके मुंह में 100 से अधिक होते हैं। हेरपेटिफोर्म छाले वैसे तो काफी छोटे होते हैं लेकिन समूह में होने की वजह से बहुत ज्यादा दर्दनाक होते हैं। यह छाले ठीक होने के बाद उनके निशान तुरंत चले जाते हैं और इन्हें ठीक होने में 1 या 2 सप्ताह लगता है।
  •  

     

    मुंह में छाले होने के कारण - Causes of Mouth Ulcers in Hindi

     

    मुंह के छाले होने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन अगर आप बार-बार मुंह के छालों से परेशान हो रहे हैं तो यह अनदेखा करने वाली बात नहीं है। मुंह में छाले बार-बार होना आपके शरीर में मौजूद किसी स्वास्थ्य समस्या या किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। मुंह में छाले विटामिन की कमी के कारण भी होते हैं।

     

    अब आप जानना चाह रहे होंगे कि किस विटामिन की कमी से मुंह में छाले होते हैं? आपको बता दें कि मुंह में छालों की समस्या विटामिन बी12 की कमी के कारण होती है। जिन लोगों में विटामिन बी12 की कमी रहती है, उन्हें बार-बार छालों की समस्या का सामना करना पड़ता है। आइए मुंह के छालों के अन्य कारणों के बारे में जानें-

     

    1. टूथपेस्ट सूट ना करना या टूथब्रश का सही ना होना
    2. दांतों की सफाई के वक्त ज्यादा रगड़ने से मुंह में घाव या गलती से दांतों से गाल का कट जाना
    3. सिट्रस फ्रूट्स खाना; जैसे स्ट्रॉबेरी और अनानास
    4. मुंह में मौजूद बैक्टीरिया द्वारा एलर्जी
    5. संक्रमण जैसे बैक्टीरियल, वायरल या फंगल
    6. कैफीन युक्त फूड्स का अधिक सेवन जैसे चॉकलेट और कॉफी
    7. महिलाओं में पीरियड के दौरान हार्मोन्स में बदलाव
    8. ज्यादा तला-भुना भोजन, जंक-फूड, खट्टा और मसालेदार खाने का सेवन
    9. पर्याप्त नींद ना लेना
    10. तनाव

     

    जीभ के छाले - Tongue Ulcer in Hindi

     

    जीभ भी मुंह का ही एक हिस्सा है और मुंह के छाले जीभ के छालों का भी कारण बन सकते हैं। इसके अलावा और भी कई अन्य कारण है जिससे जीभ पर छाले हो जाते हैं। आइए जीभ पर छाले होने के कारणों पर नजर डालते हैं-

     

    1. टेढ़े मेढ़े या नुकीले दांतों पर बार-बार जीभ को घुमाना
    2. कुछ चबाते समय जीभ का दांतों के नीचे आकर कट जाना
    3. मुंह की ठीक से साफ-सफाई ना करना
    4. डेंचर या ब्रेसिज़ पर बार-बार जीभ घुमाना
    5. वायरल संक्रमण के कारण
    6. कुछ गर्म चीज खाने या पीने के कारण
    7. किसी एंटीबायोटिक से एलर्जी होना

     

    मुंह में छाले ठीक करने के लिए घरेलू नुस्खे - Home Remedies to Cure Mouth Ulcers

     

    Home Remedies to Cure Mouth Ulcers

     

    यदि आप सोच रहे हैं कि मुंह के छाले कैसे मिटाए तो इसके लिए आप कुछ घरेलू नुस्खे को अपना सकते हैं। इन घरेलू नुस्खों की मदद से आप अपने मुंह के छालों के कारण होने वाली जलन और दर्द का उपचार कर सकते हैं।

     

  • शहद - मुंह में छाले होने का कारण वायरस भी होता है ऐसे में आप शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि शहद में एंटी-वायरस गुण मौजूद होते हैं। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और घाव भरने जैसे गुण भी होते हैं। यह सूजन को कम करता है और छालों को ठीक करने में मदद करता है। आप अपनी उंगली से छालों पर शहद को लगाएं और 5 से 8 मिनट के लिए इसे लगा रहने दें। उसके बाद आप पानी से कुल्ला कर लें। दिन में दो बार आप शहद का इस्तेमाल करें।


  • नमक - मुंह में होने वाले छालों के दर्द से राहत पाने के लिए आप नमक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एक गिलास ठंडा पानी लें, उसमें आधा चम्मच नमक मिलाकर अच्छे से मिला लें। अब इस पानी से गरारे करें। दिन में दो-तीन बार ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा।


  • एलोवेरा जेल - एलोवेरा जेल के अनेकों फायदे हैं। इन्हीं फायदों में हर्पीस वायरस का इलाज भी शामिल है। एलोवेरा जेल में मौजूद बायोएक्टिव घटक एंटी-एचएसवी 1 की तरह काम करता है। मुंह के छालों के इलाज के लिए आप एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा जेल को रुई की मदद से अपने मुंह में छालों पर लगाएं। जेल को सूखने तक मुंह में लगा रहने दें, फिर कुल्ला कर लें। दिन में दो से तीन बार इसका इस्तेमाल करें।


  • फिटकरी -  फिटकरी मुंह के छाले के उपचार का एक बढ़िया नुस्खा है। फिटकरी के इस्तेमाल से छालों के दर्द से बहुत आराम मिलता है। इसके लिए आप फिटकरी को छाले वाली जगह पर दिन में दो बार अवश्य लगाएं या आप फिटकरी के पानी के कुल्ले भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको लाभ होगा।


  • मुलेठी - मुंह के छालों के घरेलू उपचार के तौर पर आप मुलेठी का सेवन भी कर सकते हैं। यह एंटीवायरल दवा की तरह काम करती है और यह बार-बार होने वाले मुंह के छालों के जोखिम को भी कम करती है। एक या दो चम्मच पैट्रोलियम जेली (वैसलीन) में एक चम्मच मुलेठी पाउडर को मिलाकर एक पेस्ट बना लें। इसे अपने छालों पर लगाकर सूखने दें। जब यह सूख जाए तो कुल्ला कर लें। दिन में दो से तीन बार आप इसे लगा सकते हैं।


  • लहसुन - हमारे स्वास्थ्य के लिए लहसुन बहुत फायदेमंद है। मुंह के छालों के उपचार के लिए भी आप इसके उपयोग कर सकते हैं। लहसुन के गुणों की बात करें तो इसमें एंटीवायरल गुण होता है और इसका यह गुण एचएसवी 1 और एचएसवी 2 पर काफी प्रभावी पाया गया है। छालों पर एक लहसुन की कली को कुचलकर लगाएं। ऐसा आप दिन में दो बार कर सकते हैं। इससे आपको छालों से राहत मिलेगी।


  • garlic for mouth ulcer

     

  • नारियल का तेल - नारियल का तेल भी मुंह के छालों के उपचार के लिए काफी फायदेमंद है। नारियल के तेल में मौजूद एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के छालों के संक्रमण पर काफी असरदार होते हैं। नारियल के तेल में लॉरिक एसिड भी होता है और यह भी मुंह के छालों पर काफी असरदार होता है। आप रुई की मदद से नारियल के तेल को मुंह के छालों पर लगाएं। दिनभर में आप हर 1 घंटे के बाद नारियल के तेल को छालों पर लगा सकते हैं। इससे आपको राहत मिलेगी।


  • बेकिंग सोडा - मुंह के छालों के उपचार के लिए बेकिंग सोडा भी अच्छा होता है। छाले होने पर आप गुनगुने पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला लें। अब इस पानी से आप दिन में कई बार कुल्ला करें। इससे आपका छालों में होने वाला दर्द ठीक हो जाएगा। 


  • मुँह के छालों से बचने के उपाय - Ways to Avoid Mouth Ulcers

     

    मुंह के छालों का कोई इलाज नहीं है। बस इनकी जलन और दर्द को दूर करने के उपाय किए जा सकते हैं।

     

    हाँ, आप कुछ उपायों को अपनाकर इन मुंह के छालों से अपना बचाव कर सकते हैं। आइए इन बचाव के उपायों को जानते हैं-

     

    1. दांतों को हमेशा नरम ब्रश से साफ करें और खाना खाने के बाद दांत साफ करने के धागे (फ्लॉस) से दांतों के बीच फंसा खाना निकालें। ऐसा करने से छाले होने की संभावना कम होती है।
    2. अपने मुंह का ध्यान रखें, कोशिश करें कि किसी तरह की कोई चोट ना लगे।
    3. ऐसा खाना खाने से परहेज करें जो आपके मुंह को नुकसान पहुंचाता है जैसे; ज्यादा मसालेदार खाना या ज्यादा गर्म खाना।
    4. च्युइंगम ना चबाएं इससे मुंह के छाले होने का खतरा बढ़ जाता है।
    5. हर्पीस संक्रमित व्यक्ति और उसकी चीजों से दूर रहें।

     

    Namhya से खरीदें गोंद कतीरा - Buy Gond Katira from Namhya Foods

     

    gond katira

     

    मुंह में होने वाले छालों का कारण अक्सर पेट में होने वाली गर्मी होता है। यदि आप भी मुंह के छालों की समस्या से जूझ रहे हैं तो आप Namhya के प्रोडक्ट गोंद कतीरा का इस्तेमाल कर सकते हैं। गोंद कतीरा में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है और यह अपने शीतलन गुण के कारण हमारे शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। यदि आप इस प्रोडक्ट का सेवन करना चाहते हैं तो आप Namhya की वेबसाइट से घर बैठे ऑनलाइन गोंद कतीरा को आर्डर कर सकते हैं और इसके गुणों का लाभ उठा सकते हैं।

    Back to blog

    Author

    Ridhima Arora

    Ridhima Arora is an Indian entrepreneur, author, trained yoga instructor, and practicing nutritionist. She is the founder of Namhya Foods.Besides being the founder of Namhya foods, Ridhima also gives nutrition coaching in seminars to kids, NGOs, and corporates. She also works as a freelancer at Global Changemakers.