मुलेठी के फायदे और इसके इस्तेमाल के तरीके

मुलेठी एक आयुर्वेदिक औषधि है। आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल हम गले की खराश, सर्दी-ज़ुखाम या खांसी में राहत पाने के लिए करते हैं। मुलेठी का इस्तेमाल सर्दी-खांसी में ही नहीं बल्कि आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में भी किया जाता है। यह एक गुणकारी जड़ी बूटी है जो अन्य कई बीमारियों से बचाव में आपकी मदद कर सकती हैं। आज इस लेख में हम मुलेठी के इन्हीं फायदों के बारे में जानेंगे।

 

यह एक झाड़ीनुमा पौधा है। आमतौर पर पौधे के तने को छाल समेत सुखाकर इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका तना औषधीय गुणों से भरपूर होता है। मुलेठी स्वाद में मीठी होती है इसलिए इसका इस्तेमाल टूथपेस्ट बनाने में भी किया जाता है। मुलेठी का अंग्रेजी नाम "लीकोरिस" है और इसका वानस्पतिक नाम "ग्लाइसीराइजा ग्लबरा" है। यह फैबेसी कुल से है। इसमें कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह सर्दी खांसी ही नहीं वायरल फ्लू से भी बचाने में मददगार है। आइए इसके दूसरे फायदों के बारे में जानें - 

मुलेठी के फायदे और नुकसान | Mulethi ke Fayde | Mulethi Benefits in Hindi

 

डायबिटीज के उपचार में फायदेमंद

यदि आप डायबिटीज जैसी गंभीर और जीवन भर साथ रहने वाली बीमारी से बचना चाहते हैं तो आप मुलेठी पर भरोसा कर सकते हैं। मुलेठी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और हाइपरग्लाइसेमिक गुणों के कारण यह डायबिटीज जैसी बीमारी से बचाने में सहायक हैं। यदि कोई डायबिटीज का पहले से रोगी है तो यह उसके लक्षणों को भी कम करने में मदद कर सकती हैं। मुलेठी मीठा खाने की क्रेविंग को भी नियंत्रित करने में मदद करती हैं। ऐसे में शुगर के मरीज चीनी की जगह मुलेठी खा सकते हैं। मुलेठी के अर्क का सेवन करने से ब्लड में ग्लूकोज के स्तर में कमी आ सकती है। डायबिटीज के मरीज मुलेठी का सेवन गुनगुने पानी में कर सकते हैं। एक गिलास गुनगुना पानी लें उसमें एक चम्मच मुलेठी मिलाएं और इसे पी जाएं। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सकता है। इस तरह मुलेठी के सेवन से डायबिटीज के  इलाज में मदद मिल सकती हैं।

 

कैंसर रोधी गुणों से भरपूर

मुलेठी कैंसर जैसे गंभीर रोग से भी आपको बचा सकती है। मुलेठी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो कैंसर के जोखिम को कम करते हैं। इसमें एंटी कार्सिनोजेन गुण पाया जाता है जिससे इसके इस्तेमाल से कैंसर को पनपने व कैंसर के कारणों से डीएनए को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। यदि मुलेठी का सेवन किया जाए तो यह प्रोस्टेट कैंसर के खतरे से भी बचाती है और गले के कैंसर से भी बचाव करती हैं। कैंसर जैसी बीमारी से बचने के लिए मुलेठी को चबाकर खाएं या आप इसका पानी भी पी सकते हैं।

 

पेट की परेशानी और अल्सर से बचाए

एक अध्ययन में पाया गया है कि मुलेठी की जड़ में मौजूद ग्लैब्रिडिन और ग्लैब्रेन युक्त एक अर्क होता है जो कि फ्लेवोनॉयड्स है। यह पेट की परेशानी से राहत दिलाने में असरदार होता है। इसकी मदद से उल्टी, पेट दर्द और पेट में होने वाले मरोड़ को कम किया जा सकता है। हेलीकोबैक्टर पाइलोरी नामक बैक्टीरिया के संक्रमण से कुछ लोगों में पेप्टिक अल्सर हो सकता है। अध्ययन में पता चलता है कि मुलेठी के सेवन से एच पाइलोरी बैक्टीरिया को मारने में मदद मिल सकती है। पेट के अल्सर की समस्या में आप एक चम्मच मुलेठी पाउडर को एक गिलास दूध में मिलाकर दिन में दो या तीन बार पी सकते हैं। इतना ही नहीं मुलेठी की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण यह पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी कारगर है। 

 

 

त्वचा में लाए निखार

मुलेठी का इस्तेमाल आयुर्वेद में कई वर्षों से किया जा रहा है। इसके इस्तेमाल से ना केवल आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है बल्कि मुलेठी से आप अपनी त्वचा की तमाम परेशानियों से भी छुटकारा पा सकते हैं। त्वचा की समस्याओं में मुलेठी का पाउडर बेहद उपयोगी हैं। मुलेठी के अंदर ऐसे गुण पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा को निखार सकते हैं। मुलेठी के इस्तेमाल से आप अपना खोया हुआ निखार फिर से पा सकते हैं। इसके अंदर मौजूद एंटी एजिंग त्वचा को जवां बनाए रखते हैं। तेज धूप के कारण हमारी त्वचा पर जो टैनिंग होती है उस टैनिंग की समस्या से भी मुलेठी के पाउडर के इस्तेमाल से ठीक किया जा सकता है।

 

मुलेठी में पाए जाने वाले कुछ तत्व मुहांसों को कम करने के साथ-साथ त्वचा को साफ और स्वस्थ भी बनाए रखते हैं। पिगमेंटेशन की समस्या होने पर मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। इसके अंदर एंटी टायरोसिनेस प्रभाव मौजूद होता है जो पिगमेंटेशन की समस्या को कम कर सकता है, साथ ही आपके चेहरे पर निखार ला सकता है। मुलेठी के पाउडर में शहद और पानी मिलाकर इसका गाढ़ा पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। मुलेठी के पाउडर में आप चंदन पाउडर मिलाकर और उसमें गुलाब जल डालकर भी इसका एक पेस्ट बनाकर चेहरे पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

बालों के लिए वरदान

मुलेठी सेहत के लिए तो अच्छी होती ही है साथ ही साथ यह बालों के लिए भी बहुत लाभदायक होती है। अगर आप बालों की ग्रोथ को लेकर परेशान हैं तो आपको मुलेठी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। दरअसल मुलेठी हेयर फॉल को रोकती है और स्केल्प को क्लीन करती हैं। इससे हेयर फॉलिकल्स में अधिक ऑक्सीजन पहुंचती है जिससे बालों की ग्रोथ पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। मुलेठी में एंटीफ्लेमेंटरी गुण है जो डैंड्रफ को रोकने में मदद करता है। मुलेठी में विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो बालों को हाइड्रेट रखता है। आप बालों में लगाने के लिए मुलेठी का हेयर मास्क भी बना सकते हैं।

Mulethi Benefits

इसे बनाने के लिए आप मुलेठी पाउडर को जैतून के तेल या फिर नारियल के तेल और दही को अच्छे से मिलाएं। इसे बालों में लगाएं। यदि आप बालों के झड़ने की समस्या से परेशान है और सफेद बालों को भी कम करना चाहते हैं तो आप मुलेठी के पाउडर में थोड़ी सी मात्रा में सरसों का तेल मिलाएं और इसे अपने बालों में लगाएं। अगर आप डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए मुलेठी का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए आप मुलेठी के पाउडर के साथ आंवले और काले तिल की मदद से एक पेस्ट तैयार करें और इसे अपने बालों में लगाएं। इससे आपके बालों में रूसी की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।

 

 Read More - अश्वगंधा के फायदे

 

मस्तिष्क के लिए लाभकारी

यदि आप अपने मस्तिष्क को ज्यादा तेज और स्वस्थ रखना चाहते हैं तो इसमें मुलेठी आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है। मुलेठी में ग्लाइसीराइजिक एसिड नामक कार्बनिक योगिक पाया जाता है जिसमें मुख्य रुप से न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण होता है। यह गुण मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह ऑक्सीडेटिव और सूजन के कारण मस्तिष्क में होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है, अगर आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप इसके लिए अपने खाने में मुलेठी का मसाले के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

गले की खराश में फायदेमंद

मौसम में बदलाव के कारण और प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण लोगों को गले में खराश और खांसी की शिकायत होने लगती हैं। गले में खराश के कई कारण हो सकते हैं; जैसे वायरल या बैक्टीरियल इनफेक्शन, कमजोर इम्यूनिटी या ज्यादा ठंडा या गरम खाना, आदि। लेकिन इस समस्या से आप मुलेठी का इस्तेमाल करके आराम पा सकते हैं। मुलेठी के इस्तेमाल से गले की खराश को दूर किया जा सकता है। गले में संक्रमण के कारण गला खराब हो गया है तो आप मुलेठी को मुंह में रखकर चूसे, ऐसा करने से गले में आराम मिलेगा।

मुलेठी के फायदे

 

 Read More - आंवला चूर्ण के अनेकों फायदे

 

गले में खराश होने पर आप मुलेठी के चूर्ण को शहद के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं। मुलेठी के पाउडर को तुलसी के पत्ते के रस के साथ पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं। इस काढ़े को छानकर शहद मिलाकर पीएं, इससे गले में तुरंत ही आराम मिलेगा। इसके अलावा आप मुलेठी और अदरक की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। यह चाय अगर आप दिन में दो बार पीते हैं तो इससे भी आपके गले की खराश में आराम मिलेगा।

 

हेपेटाइटिस सी के इलाज में लाभकारी

हेपेटाइटिस एक वायरल इंफेक्शन है। जिससे लीवर से संबंधित बीमारी होती है। हेपेटाइटिस सी के कारण लिवर फ़ेलियर या कैंसर की संभावना भी बढ़ सकती हैं। यह वायरस संक्रमित खून में फैलता है। शहद और मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल हेपेटाइटिस सी की बीमारी को दूर करता है। इसका इस्तेमाल आयुर्वेद में नॉन अल्कोहल फैटी लीवर संबंधित बीमारी के उपचार में होता है। मुलेठी पाउडर हमारे लिवर को बहुत फायदा पहुंचाता है। दो चम्मच शहद और एक चम्मच मुलेठी पाउडर मिलाकर प्रतिदिन खाएं। यह हेपेटाइटिस सी के उपचार में फायदेमंद होता है।

 

पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाए

पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बेहतर करने के लिए भी मुलेठी पाउडर के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार मुलेठी की जड़ या तने का सेवन व्यक्ति के पूरे शरीर को प्रभावित करता है, साथ ही पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करता है जो प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए कारगर साबित हो सकता है।

 

मुंह के छालों से दिलाए आराम

अक्सर पेट में गर्मी के कारण मुंह में छाले हो जाते हैं जिससे मुंह में बहुत जलन होती है। इस जलन के कारण कुछ भी खाने-पीने में और बोलने में भी परेशानी होती है। यदि आप भी ऐसे मुंह के छालों से परेशान हैं तो मुलेठी जैसी आयुर्वेदिक औषधि आपको इससे राहत दिला सकती हैं। अगर आपको भी इसी तरह मुंह के छालों की समस्या  है तो ऐसे में आप मुलेठी के कुछ टुकड़े लें और उसे शहद में मिलाकर चूसें। ऐसा करने से छालों में जल्दी आराम पड़ जाता है और वह ठीक हो जाते हैं।

 

 Read More : अर्जुन की छाल:फायदे और इस्तेमाल के तरीके

 

सर्दी-खांसी या सूखी-खांसी में लाभदायक

बदलते मौसम के चलते घर-घर में सर्दी खांसी की समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे में यदि आप मुलेठी का इस्तेमाल करते हैं तो आप इस बदलते मौसम की मार से बच सकते हैं। मुलेठी मुंह में रखकर देर तक चूसते रहने से खांसी में आराम मिलता है। अगर आपको सूखी खांसी है तो एक चम्मच मुलेठी को शहद के साथ मिलाकर दिन में 2-3 बार चाट कर खाने से लाभ होता है। इसी तरह मुलेठी का काढ़ा बनाकर 20-25 मिली मात्रा का सुबह और शाम को सेवन करने से भी सर्दी खांसी और सूखी खांसी में आराम मिलता है।

 

आँख के रोगों में लाभकारी

आज के समय में हर कोई आँखों की समस्याओं से पीड़ित है क्योंकि आजकल हर किसी का ज़्यादातर समय मोबाइल, लैपटॉप, टेलीविज़न आदि की स्क्रीन देखने में जाता है। इतना समय स्क्रीन देखने में बिताने के बाद आँखों में जलन, दर्द या आँखों से जुड़ी अन्य समस्याएं होना स्वाभाविक है। लेकिन आँखों में जलन या अन्य कोई समस्या होने पर अगर आप मुलेठी का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद होगी। इसके लिए आप मुलेठी के काढ़े से आँखों को धोएं। इसके अलावा मुलेठी के पाउडर में बराबर मात्रा में सौंफ का पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण का सुबह शाम सेवन करने से आँखों की जलन खत्म होती है और साथ ही आँखों की रोशनी भी तेज होती है। 

 

  Read More : मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार

 

माइग्रेन के दर्द से दिलाए राहत

माइग्रेन एक खास तरह का सिर दर्द होता है जो आम दर्द से बिल्कुल अलग होता है। यह दर्द सिर के आधे हिस्से में होता है। उस हिस्से में रोगी को भारीपन महसूस होने लगता हैं। माइग्रेन की परेशानी किसी भी उम्र में हो सकती है। माइग्रेन में होने वाला दर्द रोगी को कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक परेशान कर सकता है। माइग्रेन में होने वाला दर्द बहुत ही असहनीय होता है। यदि आप भी इस माइग्रेन जैसी समस्या से पीड़ित हैं तो आप मुलेठी के इस्तेमाल से इस असहनीय दर्द में राहत पा सकते हैं। इस समस्या में आप मुलेठी के पाउडर में शहद मिलाकर इसकी कुछ बूंदें नाक में डालें। इससे आपको माइग्रेन के दर्द से आराम मिलेगा।

 

स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभकारी

यदि स्तनपान कराने वाली महिला को गर्भावस्था के बाद दूध का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रहा है तो ऐसी स्थिति में मुलेठी का सेवन करके इस समस्या को हल किया जा सकता है। इसके लिए आप दो चम्मच मुलेठी पाउडर, 3 चम्मच शतावरी पाउडर और 2 ग्राम मिश्री को एक गिलास उबले हुए दूध में मिलाकर इसका सेवन करें। ऐसा करने से स्तनपान कराने वाली महिला के दूध के उत्पादन में वृद्धि होती है और बच्चे को पर्याप्त मात्रा में मां का दूध मिलता है।

 

पीरियड्स को करें नियमित

यदि आप भी अनियमित पीरियड्स की समस्या से या पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से परेशान हैं तो आपको मुलेठी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। मुलेठी पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और अधिक रक्तस्राव की समस्या से राहत दिलाती है। मुलेठी आपके अनियमित पीरियड्स को नियमित करने में भी सहायक है। इसके लिए आप दो चम्मच मुलेठी का पाउडर, 4 ग्राम मिश्री पानी में मिला लें और इसका सेवन करें। इससे आप अपने पीरियड्स में होने वाले दर्द, अधिक रक्तस्राव और अनियमित पीरियड्स की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

 

benefits of liquorice mulethi in coughs-acidity, ulcer, hair, Corona |  Mulethi Health Benefits: जानिए मुलेठी खाने के अद्भुत फायदे, खांसी से मुंह  के छाले और कोरोना संक्रमण तक से लड़ने ...

 

वैसे तो मुलेठी कई गुणों की खान है परंतु इसका ज्यादा इस्तेमाल कई बार हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यदि मुलेठी का सीमित मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो ही यह फायदेमंद होती है नहीं तो कई बार ये अनेकों परेशानियों का कारण भी बन सकती है। कई ऐसी बीमारियां है जिसमें इसका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के करना भारी पड़ सकता है। आइए मुलेठी के इस्तेमाल के समय बरती जाने वाली कुछ सावधानियों के बारे में जानें - 

 

  1. मुलेठी का ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा हो सकता है।
  2. मुलेठी का इस्तेमाल ज्यादा करने से सिर दर्द, सूजन, सांस लेने में परेशानी, मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  3. मुलेठी के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर में पोटेशियम की कमी हो सकती है। जिन लोगों को मूत्र संबंधी परेशानी होती है उन्हें भी इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
  4. यदि आप गर्भवती हैं तो मुलेठी का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करें।

 

Namhya से खरीदें मुलेठी पाउडर 

मुलेठी पाउडर अम्लता, पेट फूलना, खांसी और सर्दी में बहुत उपयोगी और गुणकारी औषधि है। यदि आप भी मुलेठी जैसी गुणकारी औषधि के इस्तेमाल से बदलते मौसम से होने वाले सर्दी-जुकाम, खांसी या वायरस फ्लू से बचना चाहते हैं या बीपी, डायबिटीज, मोटापा, त्वचा और बालों से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं। तो जल्द ही Namhya का मुलेठी पाउडर इस्तेमाल करें क्योंकि Namhya आपको देता है 100% नेचुरल और बेस्ट क्वालिटी प्रोडक्ट। अब आप घर बैठे Namhya की वेबसाइट से बेस्ट प्राइज़ पर मुलेठी पाउडर ऑर्डर कर सकते हैं।

Back to blog

Author

Ridhima Arora

Ridhima Arora is an Indian entrepreneur, author, trained yoga instructor, and practicing nutritionist. She is the founder of Namhya Foods.Besides being the founder of Namhya foods, Ridhima also gives nutrition coaching in seminars to kids, NGOs, and corporates. She also works as a freelancer at Global Changemakers.