अलसी के बीज अपने गुणों के कारण लोगों में बहुत मशहूर है। यह अलसी के बीज हमारी सेहत के लिए फायदों से भरे हुए हैं। गलत खान-पान के कारण हमारा शरीर कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाता है लेकिन ऐसी स्थिति में यदि आप अपने खाने में इस छोटी-सी चीज को शामिल कर लें तो आप बड़ी से बड़ी बीमारियों के जोखिम से अपना बचाव कर सकते हैं।
यह तिल के समान दिखने वाली अलसी पोषक तत्व का भंडार है। यह इम्यूनिटी बूस्टर होने के साथ, सेहतमंद पाचन, स्वस्थ दिल, ग्लोइंग स्किन, वजन को घटाने वाली और बालों को मजबूत बनाने वाली है। आज इस लेख में हम इसी अलसी के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे।
अलसी एक तरह का बीज है। अलसी का हिंदी नाम तीसी है और अंग्रेजी में इसे फ्लैक्स सीड कहा जाता है। यह एक तरह की जड़ी-बूटी है जिसका औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आइए पहले जानते हैं कि अलसी का पौधा कैसा होता है? अलसी सर्दी और गर्मी समान वातावरण में उगने वाला एक रेशेदार पौधा है। इसके रेशों को डोरी, रस्सी, टाट, और मोटे कपड़े बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
इसके बीजों का तेल निकाला जाता है और यह तेल काफी गाढ़ा होता है। यह तेल मुख्य रूप से रंग, साबुन, पेंट आदि में इस्तेमाल किया जाता है। अलसी के बीजों की पैदावार भारत, अमेरिका और अर्जेंटीना में खासतौर पर की जाती है। इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, इसी कारण इसे आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
अलसी के फायदे - Benefits of Flaxseed in Hindi
हृदय के लिए फायदेमंद - अलसी के बीज हृदय स्वास्थ्य में भी सहायक होते हैं। अलसी में मौजूद लिगनेन कॉम्प्लेक्स और सेकोआइसोलैरिकइरेसिनोल डाईग्लूकोसाइड गुण हृदय स्वास्थ्य में मुख्य भूमिका निभाते हैं। यह गुण ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकते हैं और हृदय नसों में पैदा होने वाली रुकावट को कम कर सकते हैं।
मधुमेह से दिलाए राहत - मधुमेह रोगियों के लिए बहुत कारगर हैं। शोध में अलसी के बीज के फायदे पाया गया कि अलसी में मौजूद फाइबर और म्यूलिसेज की मौजूदगी के कारण यह शरीर में इंसुलिन की मात्रा को कंट्रोल कर सकती है। अलसी में एंटीडायबिटिक प्रभाव भी मौजूद होता है। अलसी के बीज टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं। इस आधार पर कहा जा सकता है कि अलसी का उपयोग करके आप डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं और इससे होने वाले जोखिमों से भी खुद को दूर रख सकते हैं।
मोटापा घटाए - आज के समय में हर कोई बढ़ते हुए वजन से परेशान है लेकिन आपकी इस परेशानी के लिए अलसी का उपयोग लाभदायक है। अलसी डाइटरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। फाइबर की मौजूदगी के कारण यह शरीर में बढ़े हुए प्लाज्मा और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकती है। यह शरीर में जमी अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने में सहायक है जिससे आपका वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि अलसी खाने के फायदे आप वजन घटाने में भी देख सकते हैं।
लीवर के लिए लाभदायक - अलसी के उपयोग से नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या से ग्रस्त रोगियों को राहत मिल सकती हैं। शोध में पाया गया है कि अगर खानपान और दैनिक दिनचर्या में संतुलन के साथ-साथ यदि आप अलसी के बीज का सेवन करें तो फैटी लीवर की समस्या को आप काफी हद तक कम कर सकते हैं। अलसी में मौजूद अल्फा लिनोलेनिक एसिड और लिनोलेनिक एसिड जैसे गुण लीवर के स्वास्थ्य में मुख्य भूमिका अदा करते हैं। अलसी का सेवन आपके लीवर को स्वस्थ रखने में कारगर है।
ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल - हाई ब्लड प्रेशर आज के समय की एक आम समस्या है। यदि आप इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आप बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। शोध में पाया गया है कि अलसी में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड, डाइटरी फाइबर, लिग्नेंस ब्लड प्रेशर को कम करने में असरदार है। इसीलिए ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए आप अलसी का सेवन कर सकते हैं।
सर्दी-खांसी से बचाए - बढ़ते प्रदूषण के कारण हर कोई सर्दी-खांसी और गले की तकलीफों से परेशान है। ऐसे में अलसी को प्राचीन घरेलू उपचार के तौर पर आप इस्तेमाल कर सकते हैं। अलसी सर्दी-खांसी में भी आराम पहुंचाने में कारगर है। शोध में पाया गया है कि अत्यधिक खांसी या ब्रोंकाइटिस की समस्या में अलसी की चाय फायदेमंद साबित होती है। इसके लिए आप अलसी के बीजों को पानी में आधा घंटा भिगो दें। आधे घंटे बाद बीजों को पानी से अलग करके इस पानी को गर्म करें और अब पानी को धीरे-धीरे चाय की तरह पीएं। इस तरह आप सर्दी-खांसी की समस्या में राहत पा सकते हैं।
कैंसर से करे बचाव - कैंसर से बचाव भी अलसी के बीज के फायदों में से एक है। अलसी में सेकोआइसोलैरिकइरेसिनोल नाम का एक खास तत्व है यह खास तत्व की मौजूदगी के कारण अलसी एंटी-कैंसर गुण प्रदर्शित कर सकती है। यह हार्मोन में गड़बड़ी से होने वाले कैंसर जैसे गर्भाशय कैंसर, स्तन कैंसर के जोखिम को कम करती है। इसके साथ ही अन्य विभिन्न भागों में होने वाले कैंसर के ट्यूमर की वृद्धि को भी कम करने में यह बहुत सहायक है। यदि आप अलसी के बीज का सेवन करें तो आप कैंसर जैसी घातक बीमारी के खतरे से बच सकते हैं।
अस्थमा में असरदार - श्वसन संबंधी समस्याओं में अलसी बेहद फायदेमंद है। अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो अस्थमा जैसी समस्या में लाभकारी साबित होता है। अलसी के बीजों को 30 मिनट भिगोकर रख दें। बीज निकालकर अब इस पानी को गर्म करके चाय की तरह पीएं। अस्थमा की समस्या में इससे आपको राहत मिल सकती है।
कब्ज में सहायक - कब्ज की समस्या से राहत पाना चाहते हैं तो आप अपनी डाइट में अलसी को शामिल कर सकते हैं। अलसी में मौजूद भरपूर मात्रा में फाइबर आपके मल को ढीला कर कब्ज की समस्या में आपको राहत पहुंचाता है। कब्ज से पीड़ित रोगी अलसी का सेवन करके अपनी इस समस्या से निजात पा सकता है।
बालों को बनाए मजबूत - अलसी के फायदे बालों के लिए भी देखे जा सकते हैं। अलसी का तेल बालों को मजबूती देता है और उन्हें बढ़ने में भी मदद करता है। यदि आप गंजेपन और बाल झड़ने की समस्या से परेशान है तो आप अलसी का तेल इस्तेमाल करें। अलसी का तेल आपको बालों की हर समस्या से निजात दिला सकता है।
जोड़ों के दर्द से दिलाए राहत - जोड़ों के दर्द की समस्या में राहत दिलाने में अलसी का सेवन फायदेमंद है। अलसी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी यानी की सूजन को कम करने वाला गुण मौजूद होता है जिस कारण आप जोड़ों के दर्द में आराम पा सकते हैं।
गर्भावस्था में फायदेमंद - अलसी में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड गर्भावस्था के लिए जरूरी पोषक तत्व है। अलसी में और भी कई अन्य तत्व मौजूद हैं जो गर्भावस्था के लिए जरूरी हैं। बस ध्यान रहे कि गर्भवती महिलाओं को अलसी का तेल और अलसी के बीजों का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।
पेट की सूजन का इलाज - अलसी में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड सूजन से बचाव कर सकता और इसमें ओमेगा 3 अच्छी मात्रा में पाई जाती है। इसके उपयोग से आप काफी हद तक पेट की सूजन कम कर सकते हैं।
त्वचा को रखे स्वस्थ - यदि आप रूखी, सूखी और बेजान त्वचा से परेशान हैं तो आप अपनी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। अलसी में मौजूद कई औषधीय गुण आपकी त्वचा को नर्म, मुलायम और चमकदार बनाने में सहायक हैं।
कोलेस्ट्रॉल को करे कम - बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना कोई आसान काम नहीं है लेकिन यदि आप अलसी के बीज का सेवन करते हैं तो आप अपने बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं। शोध में पाया गया है कि कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे लोगों में अलसी के सकारात्मक प्रभाव देखे गए हैं। साथ ही यह हृदय से संबंधित जोखिमों को दूर करने में भी कारगर है।
बुखार में दिलाए आराम - सामान्य सर्दी-खांसी में तो अलसी कारगर है ही साथ ही यदि आप बुखार से भी पीड़ित हैं तो भी आप अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दांत दर्द में मददगार - अलसी के तेल पर किए गए शोध में पाया गया है कि इसमें दर्द निवारक और सूजन कम करने वाले गुण मौजूद हैं। इन्हीं गुणों के कारण अलसी का तेल मसूड़ों की सूजन और दांत के दर्द की समस्या से राहत दिलाने में बहुत कारगर है। यदि आप भी दांत दर्द की समस्या से परेशान हैं तो आप अलसी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पाचन बनाए दुरुस्त - गलत खानपान के चलते आजकल हर कोई पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान है। अगर आप भी पाचन संबंधित समस्या जैसे गैस, कब्ज, अपच जैसी समस्या से परेशान हैं तो आप अलसी का सेवन करें। पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में अलसी के फायदे बेहद कारगर हैं।
इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत - शरीर को रोगों से बचाने के लिए हमारे इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है। इम्यून सिस्टम खराब होने से शरीर में ढेरों बीमारियां पैदा हो जाती हैं। इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए आयुर्वेद में कई चीजें मौजूद हैं, इन्हीं में से एक है अलसी। अलसी भी आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकती है। इसमें मौजूद फाइबर, प्रोटीन और कई तरह के तत्व आपके इम्यून सिस्टम के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यदि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, आप हमेशा बीमार पड़ते रहते हैं तो अपनी डाइट में अलसी को शामिल करें और अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं।
आँखों के लिए लाभकारी - यदि आप आँखों की समस्याएं जैसे आँख आना, आँखों में जलन, आँखें लाल होना, आँखों से पानी आना, आदि से पीड़ित हैं तो आप अलसी के बीजों को पानी में आधा घंटा भिगो लें, इसमें से बीजों को निकाल लें, अब इस पानी को आँखों में डालें। इससे आपके आँखों की समस्याओं में आपको फायदा होगा।
थायराइड में फायदेमंद - थायराइड जैसी बीमारी के इलाज के लिए भी आप अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। थायराइड की परेशानी में अलसी का लाभ पाने के लिए बराबर मात्रा में अलसी के बीज, शमी, सरसों, सहिजन के बीज, जपा के फूल, मूली के बीज को छाछ में पीसकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट का गले पर लेप करने से थायराइड में आपको लाभ होगा।
टीबी रोग से बचाए - टीबी एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज खांस-खांस कर परेशान हो जाता है और साथ ही साथ उसका वजन भी गिरने लगता है। यदि आप भी इस बीमारी से परेशान हैं तो इसके लिए आप 25 ग्राम अलसी के बीजों को पीसकर रात भर ठंडे पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी को गर्म करें और इसमें नींबू का रस मिलाकर पीएं। इस तरह से अलसी के बीजों का सेवन करने से टीबी के रोग में फायदा होता है।
महिलाओं के लिए फायदेमंद - अलसी के सेवन से महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोन की गड़बड़ी को ठीक किया जा सकता है। अलसी हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती हैं। साथ ही यह स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध को बढ़ाने में भी मददगार है।
पुरुषों के लिए गुणकारी - जिस तरह अलसी महिलाओं के लिए फायदेमंद है उसी तरह यह पुरुषों की समस्याओं को भी दूर करने में फायदेमंद है। अलसी पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या, प्रोस्टेट कैंसर, यौन संबंधी विकार, गंजेपन की समस्या स्पर्म काउंट बढ़ाने, आदि में बहुत ही लाभकारी साबित होती है।
भुनी अलसी के फायदे - Benefits of Roasted Flaxseed in Hindi
अलसी आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर एक जड़ी-बूटी है और अनेक रोगों में आपको फायदा पहुंचाती है। इसी तरह यदि आप वात कफ दोष से पीड़ित हैं तो ऐसे में भुनी हुई अलसी के फायदे आप देख सकते हैं। 50 ग्राम भुनी अलसी के चूर्ण में बराबर मात्रा में मिश्री और एक चौथाई भाग मरिच मिला लें। इसे 3 से 5 ग्राम की मात्रा में सुबह शहद के साथ खाने से आप वात कफ दोष की समस्या को दूर कर सकते हैं।
अलसी के नुकसान - Side Effects of Flaxseed
हर चीज के फायदों के साथ उसके कुछ नुकसान भी होते हैं। इसी तरह इस आयुर्वेदिक औषधि अलसी के भी फायदे के साथ-साथ कई नुकसान भी हैं। इसके फायदों के बारे में तो हमने विस्तार से जान लिया आइए अब अलसी के नुकसान के बारे में जानते हैं-
एलर्जी होना - कई लोगों को अलसी के तेल से एलर्जी हो सकती है यदि आपको भी इसके सेवन से कोई खुजली, सूजन, रेडनेस दिखाई दे तो आपको अलसी का इस्तेमाल तुरंत बंद कर देना चाहिए।
दस्त - अलसी में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है लेकिन फाइबर के ज्यादा सेवन से दस्त की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको पेट दर्द, कब्ज और सूजन का भी अनुभव हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान खतरनाक - एस्ट्रोजन के कारण गर्भवती महिलाओं के लिए अलसी नुकसानदायक हो सकती है। इसका इस्तेमाल अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
आंतों में रुकावट - अलसी को पानी के साथ ही खाएं। यदि आप इसे बिना लिक्विड के खाते हैं तो यह आंतों में रुकावट का कारण बन सकती है। अलसी के बीज आंतों में गंभीर कब्ज और रुकावट पैदा कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही इसे खाएं।
गर्भधारण के समय इसके सेवन से बचें - अलसी के बीज अक्सर एस्ट्रोजन की तरह काम करते हैं जिसका मतलब है कि यह आपके शरीर में हार्मोन्स के संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। यह पीरियड चक्र में बदलाव का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए यदि आप गर्भधारण करना चाह रही हैं तो अलसी के बीज का सेवन न करें।
अलसी खाने का सही समय - Right Time to Eat Flaxseed
वैसे तो अलसी का सेवन आप किसी भी समय कर सकते हैं लेकिन अगर आप सुबह खाली पेट इसका सेवन करते हैं तो यह आपके लिए कई बीमारियों में लाभदायक साबित होती है। लेकिन अगर किसी को अनिद्रा की शिकायत है तो उसे रात में ही अलसी का सेवन करना चाहिए क्योंकि रात में अलसी का सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
अलसी के सेवन का तरीका - Method of Consumption of Flaxseed in Hindi
हमने अलसी के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में जान लिया। अलसी खाने का सही समय क्या है जिससे हम इसके ज्यादा से ज्यादा फायदों का लाभ उठा सकें, यह भी हमने जान लिया। लेकिन अलसी को खाने के क्या-क्या तरीके हैं इसके बारे में जानना भी जरूरी है। तो आइए अलसी को कैसे खाए, इसके बारे में जानते हैं -
- आप सब्जी बनाते वक्त उसमें अलसी मिलाकर खा सकते हैं। इससे आपके खाने में पौष्टिकता और बढ़ जाएगी।
- आप दही में भुने जीरे की जगह भुनी हुई अलसी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
- आप सर्दियों में अलसी के बीजों के लड्डू बनाकर भी खा सकते हैं जो आटे और सूखे मेवे के साथ मिलाकर बनाए जाते हैं। यह बहुत पौष्टिक होते हैं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए फायदेमंद होते हैं।
- अलसी के बीजों का इस्तेमाल आप गाजर और सूजी के हलवे में भी कर सकते हैं।
- अलसी के बीज को आप स्मूदी में डालकर भी पी सकते हैं।
- अलसी, अजवाइन और तेल को मिलाकर आप माउथफ्रेशनर भी बना सकते हैं।
Namhya से खरीदें आयुर्वेदिक चीजें
यदि आप भी अपनी समस्याओं का समाधान आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के माध्यम से करना चाहते हैं तो आप Namhya के आयुर्वेदिक प्रोडक्ट अपना सकते हैं। Namhya हर्बल प्रोडक्ट बनाते हैं और आप इन प्रोडक्ट पर भरोसा कर सकते हैं।
आप Namhya की वेबसाइट से कई तरह के आयुर्वेदिक प्रोडक्ट पा सकते हैं, जो आपकी कई समस्याओं जैसे थायराइड, हार्ट प्रॉब्लम्स, डायबिटीज, महिलाओं में होने वाली पीरियड संबंधी समस्याओं, आदि में आपको लाभ पहुंचा सकते हैं। आज ही अपनी अनेकों परेशानियों के समाधान के लिए Namhya की वेबसाइट पर जाएं और इन आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स को घर बैठे ऑर्डर करें। इन प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करें और एक स्वस्थ जीवन का आनंद लें।